जम्मू-कश्मीर में यूरोपीय यूनियन के सांसदों के दौरे के बीच गैर कश्मीर मजदूरों को आतंकियों ने निशाना बनाया है। आतंकियों ने मंगलवार को कुलगाम जिले में पांच मजदूरों की गोली मारकर हत्या कर दी। इस हमले में एक मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गया। हताहत हुए सभी मजदूर पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद के थे और इनका नाम शेख कमरुद्दीन, शेख एमडी रफीक, शेख मर्सुलिन, शेख निजामुद्दीन और मोहम्मद रफीक है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मजदूरों की हत्या पर दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, कश्मीर में नृशंस हत्याओं से हम स्तब्ध और दुखी हैं। मुर्शिदाबाद के पांच मजदूरों की जान चली गई। हमारे शब्द मृतक के परिवारों के दुःख को दूर नहीं करेंगे। इस दुखद घड़ी में परिवारवालों को सभी तरह की मदद दी जाएगी।
हमले में शामिल आतंकियों की धड़-पकड़ के लिए सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस सर्च ऑपरेशन चला रही है। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद यह सबसे बड़ा आतंकी हमला है। मोदी सरकार ने पांच अगस्त को अनुच्छेद 370 हटाने का एलान किया था। केंद्र के फैसले के बाद से आतंकवादी ट्रकवालों और मजदूरों खासकर उन लोगों को को निशाना बना रहे हैं जो कश्मीर के बाहर से घाटी में आये हैं।
जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किए जाने के बाद से ही बौखलाए आतंकी ट्रक ड्राइवरों, कारोबारियों और दूसरे राज्यों से आए मजदूरों को निशाना बना रहे है। इससे पहले भी आतंकियों ने एक नॉन-कश्मीरी मजदूर की हत्या कर दी थी। पिछले 15 दिनों में आतंकवादियों ने 6 ट्रक ड्राइवरों, एक सेब कारोबारी और दूसरे राज्य से आए 6 मजदूरों की हत्या कर चुके हैं।