स्वीडन (Sweden) की साब (Saab) भारत की रक्षा (Defence) परियोजनाओं में 100% (FDI) हासिल करने वाली पहली विदेशी कंपनी बन गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, साब (Saab) कंधे से दागे जाने वाले रॉकेट बनाने के लिए देश में एक नई मैन्युफेक्चरींग प्लांट स्थापित करेगी।
मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों का हवाला देते हुए दावा किया गया है कि साब (Saab) के इस प्रस्ताव को अक्टूबर के महीने में मंजूरी दे दी गई है। वर्तमान में भारत रक्षा क्षेत्र में केवल 74% FDI की ही अनुमति देता है। हालाँकि, 2015 में क्लीयरेंस नियमों में ढील दी गई थी, फिर भी किसी भी विदेशी फर्म को रक्षा क्षेत्र में 100% FDI की अनुमति नहीं मिल पाई थी।
रिपोर्ट्स में बताया गया हैं कि साब (Saab) ने Cal-Gustaf M4 सिस्टम की नवीनतम पीढ़ी बनाने के लिए एक नई कंपनी - Saab FFV India - की स्थापना की है। यह पहली बार होगा जब साब स्वीडन (Sweden) के बाहर कंधे से दागे जाने वाले रॉकेट का निर्माण करेंगे।यह परियोजना हरियाणा में स्थापित होने की संभावना है। भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा कंधे से दागे जाने वाले रॉकेट पहले से ही व्यापक उपयोग में हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, स्थानीय उत्पादन शुरू होने पर इनका निर्यात भी किया जा सकता है।
साब इंडिया (Saab India) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मैट्स पामबर्ग ने कहा हमें भारत में हमारी नई कार्ल-गुस्ताफ विनिर्माण सुविधा के लिए 100% प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) के लिए भारत सरकार द्वारा अनुमोदित होने वाली पहली वैश्विक रक्षा कंपनी होने पर गर्व है।