RBI ने गुरुवार को अपनी क्रेडिट पॉलिसी जारी कर दी है। इसमें RBI ने मौद्रिक नीति की समीक्षा में रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। RBI ने ब्याज दरें 5.15 फीसदी पर बरकरार रखा है। इसके अलावा रिवर्स रेपो रेट में भी कोई बदलाव नहीं किया गया है। इससे सस्ते कर्ज की उम्मीदों को तगड़ा झटका लगा है।
RBI का कहना है कि मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी के सभी सदस्य ब्याज दरों में कटौती के पक्ष में नहीं थे इसलिए इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया। आपको बता दें कि इससे पहले अक्टूबर महीने में आरबीआई ने ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती की थी। आरबीआई ने लगातार पांचवीं बार प्रमुख ब्याज दर में कटौती करते हुए इसे 5.15 फीसदी कर दिया था।
Monetary Policy Committee has decreased GDP projection from 6.1% to 5% for 2019-20 https://t.co/vNelqlxYG1
— ANI (@ANI) December 5, 2019
हालांकि, RBI ने देश की अर्थव्यवस्था में सुस्ती के संकेत देते हुए फिर वित्त वर्ष 2019-20 के लिए भारत के आर्थिक विकास दर अनुमान को 6.9 फीसदी से घटाकर 6.1 फीसदी कर दिया था। अक्टूबर में रिवर्स रेपो रेट को घटाकर 4.90 फीसदी कर दिया गया था। जिसे इस बार भी मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी ने बरकरार रखा है। आरबीआई ने मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी रेट और बैंक रेट 5.40 फीसदी कर दिया था। रेपो रेट वह दर होती है, जिस पर आरबीआई बैंकों को कर्ज देता है।
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