रक्षाबंधन का पर्व हिन्दू सनातन धर्म का बहुत ही पवित्र पर्व है। यह पर्व सावन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को आता है। इस दिन बहनें अपने भाईयों की मंगल कामना के लिए उसकी कलाई पर राखी बांधती हैं और अपनी रक्षा का बचन भाई से लेती हैं। भाई भी इस दिन बहन को गिफ्ट आदि भेंट कर बहनों को प्रसन्न करते हैं और उनसे दुआएं लेते हैं। वहीं बहनें अगर राखी बांधने से पूर्व कुछ नियमों का पालन करें तो भाई के लिए तरक्की के मार्ग खुल सकते हैं और समाज में उसका मान-सम्मान, धन, यश, ओज, तेज की वृद्धि हो सकती है। तो आइए जानते हैं इस साल राखी के दिन बहनें राखी बांधते समय किस मंत्र का जाप करें और अपने दिल से भाई के लिए कैसी दुआएं दें।
शुभ मुहूर्त
शुभ समय: – 22 अगस्त 2021, रविवार सुबह 05:50 बजे से शाम 06:03 बजे तक.
रक्षा बंधन के लिए दोपहर का उत्तम समय: – 01:44 बजे से 04:23 बजे तक.
राखी की थाली में सजाएं- रोली, कुमकुम, अक्षत, दीपक, मिठाई और राशि के अनुसार रंग वाली राखी
राखी बांधने का रक्षा मंत्र
येन बद्धो बलि राजा दानवेन्द्रो महाबला:
तेन त्वामनुबध्नामी रक्षे मा चल मा चल ।।
आप तेजवान, ओजवान, वीर्यवान हों, तथा भगवद् प्राप्ति की संगति प्राप्त करें। मेरे भैया आपका जीवन तेजोमय हो, आप शारीरिक-मानसिक, बौद्धिक व आध्यात्मिक सभी प्रकार से पुष्ट हों। आप अपने अनमोल समय का सदुपयोग करके मानव जीवन के परम लक्ष्य को प्राप्त करें। बहनें अगर सच्चे मन से अपने भाई के लिए ऐसी दुआएं देती हैं तो निश्चित रुप से आपका भाई उन्नति और प्रगति के रिश्ते की ओर अग्रसर हो जाएगा। उसके घर में धन-धान्य और जीवन में सुख और ऐश्वर्य की वृद्धि के साथ-साथ समाज में उसका मान-सम्मान भी बढ़ जाएगा। क्योंकि शास्त्रों में ऐसी मान्यता है कि, निर्मल मन से दी गई दुआएं हमेशा फलीभूत होती हैं। ऐसी दुआएं कभी खाली नहीं जाती हैं।
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