होम
देश
दुनिया
राज्य
खेल
बिजनेस
मनोरंजन
सेहत
नॉलेज
फैशन/लाइफ स्टाइल
अध्यात्म

 

हरियाणा विधानसभा सदन में गिरा अविश्वास प्रस्ताव, मनोहर सरकार के साथ विधायकों का विश्वास

हरियाणा विधानसभा सदन में गिरा अविश्वास प्रस्ताव, मनोहर सरकार के साथ विधायकों का विश्वास

 

हरियाणा विधानसभा में छह घंटे की लंबी चर्चा के बाद सरकार के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव गिर गया हैं। विधानसभा सदन में हुई वोटिंग के दौरान मनोहर लाल सरकार को 55 विधायकों का साथ मिला। तो वहीं, 32 विधायकों ने कांग्रेस का साथ दिया। इससे साफ हो गया की गठबंधन सत्ता में बनी रहेगी।

अविश्वास प्रस्ताव गिरते ही कांग्रेस विधायकों ने सदन में जमकर नारेबाजी शुरू कर दी। इस दौरान हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने महाभारत से जुड़ी एक कहानी भी सुनाई। वहीं हुड्डा ने भी सीएम की कहानी का जवाब दिया।

विधानसभा सदन में वोटिंग से पहले अविश्वास प्रस्ताव को लेकर सीएम मनोहर लाल ने खट्टर से कहा कि यह प्रस्ताव लाने के लिए कांग्रेस का धन्यावाद। इसी के साथ विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उनकी मृगतृष्णा कभी पूरी नहीं होगी। खट्टर ने कहा, ''नो कॉन्फिडेंस 'कांग्रेस की संस्कृति है। जब पार्टी चुनाव हार जाती है, तो उसे ईवीएम पर विश्वास नहीं होता है, सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगते हैं। अगर कांग्रेस सत्ता में रहती है तो सब ठीक है, लेकिन अगर बीजेपी सत्ता में है तो नहीं।''

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि सत्ताधारी दल ने लोगों का विश्वास खो दिया है। हुड्डा ने विधानसभा स्पीकर से अनुरोध किया कि अविश्वास प्रस्ताव पर गोपनीय मतदान की अनुमति दी जाए। केंद्र के कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों का मुद्दा उठाते हुए भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि स्थिति ऐसी है कि गठबंधन सरकार के विधायक अपने निर्वाचन क्षेत्रों में भी नहीं जा सकते।

किसानों के मुद्दे पर हुड्डा ने मांग रखी कि हरियाणा विधानसभा की श्रद्धांजलि सूची में उन 250 किसानों का नाम शामिल किया जाए जिनकी आंदोलन के दौरान मौत हो गई।

यह भी पढ़ें- हरियाणा विधानसभा में मनोहर सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश, हुड्डा ने की सीक्रेट वोटिंग की मांग


संबंधित समाचार