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CM केजरीवाल से मिले नीतीश कुमार, दिल्ली सर्विसेज पर केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ कही ये बात...

CM केजरीवाल से मिले नीतीश कुमार, दिल्ली सर्विसेज पर केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ कही ये बात...

 

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की। दोनों की यह मुलाकात सीएम केजरीवाल के आवास पर हुई।

2024 के लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का मुकाबला करने के लिए विपक्षी दलों के बीच एकता कायम करने के अपने प्रयासों के तहत नीतीश कुमार ने केजरीवाल से मुलाकात की।

इस दौरान बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और राजद के सांसद मनोज झा भी उनके साथ मौजूद रहे। यह नीतीश और केजरीवाल के बीच पिछले लगभग एक महीने में दूसरी मुलाकात थी।

बता दें कि इससे पहले बिहार के मुख्यमंत्री ने 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले सभी विपक्षी दलों को एक साथ लाने के अपने प्रयासों के तहत 12 अप्रैल को सीएम केजरीवाल के आवास पर उनसे मुलाकात की थी। दरअसल, विपक्षी एकजुटता की कवायद के तहत नीतीश विभिन्न क्षेत्रीय क्षत्रपों से मुलाकात कर रहे हैं, जो अभी ठोस रूप नहीं ले सकी है। 

बैठक के बाद जानिए किसने क्या कहा..? 

मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात में उन्होंने कहा कि केंद्र द्वारा दिल्ली के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट के आदेश को नकारते हुए अध्यादेश लाने के मुद्दे पर वे दिल्ली की जनता के साथ खड़े हैं। अगर केंद्र इस अध्यादेश को विधेयक के रूप में लाता है तो सभी गैर-भाजपा दल एक साथ आ जाएं तो उसे राज्यसभा में हराया जा सकता है। अगर ऐसा होता है, तो इससे यह संदेश जा सकता है कि 2024 में भाजपा सरकार बाहर हो जाएगी।

इसके अलावा नीतीश कुमार ने कहा, "सुप्रीम कोर्ट का फैसला सही रहा लेकिन इसके बावजूद केंद्र सरकार द्वारा जो करने की कोशिश हो रही है वह विचित्र है। सभी को एकजुट होना होगा। हम इनके(केजरीवाल) साथ हैं, ज़्यादा से ज़्यादा विपक्षी पार्टी एक साथ मिल कर अभियान चलाना होगा। हम पूरे तौर पर केजरीवाल जी के साथ हैं।" 

वहीं, बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि जो परेशानी अरविंद केजरीवाल झेल रहे हैं हम उसके ख़िलाफ केजरीवाल जी को समर्थन देने आए हैं। अगर दिल्ली में भाजपा की सरकार होती तो उप राज्यपाल में हिम्मत होती इस प्रकार का काम करने की? दिल्ली में भाजपा कभी वापसी नहीं करेगी।

 


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