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नरेश टिकैत ने खिलाड़ियों से मांगा पांच दिन का समय, कहा- हौसला रखें पहलवान

नरेश टिकैत ने खिलाड़ियों से मांगा पांच दिन का समय, कहा- हौसला रखें पहलवान

 

Wrestlers Protest:महिला खिलाड़ियों के उत्पीड़न के विरोध में बीते दिन विनेश फोगाट, साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया गंगा अपना मेडल प्रवाहित करने हरिद्वार पहुंचे थे। लेकिन श्री गंगा सभा ने हर की पैड़ी पर मेडल विसर्जन करने से उन्हें रोक दिया। इस दौरान भारतीय किसान के अध्यक्ष नरेश टिकैत पहलवानों से मिलने पहुंचे और समझा- बुझाकर मेडल बहाने से रोका। उन्होंने पहलवानों को आश्वासन दिया कि वह पहलवानों को इंसाफ दिलाने के लिए वार्ता करेंगे। नरेश टिकैत की बात मानने के बाद पहलवान करीब पौने दो घंटे के बाद वापस दिल्ली लौट गए।

दरअसल, भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत पहलवानों के हरिद्वार में होने की जानकारी मिली तो वह सिसौली से सोमवार की शाम रवाना हो गए। करीब साढ़े छह बजे टिकैत हरिद्वार में हर की पैड़ी पर पहुंचे। इस दौरान भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि मेडल देश और तिरंगे की शान है। सभी पहलवानों से अनुरोध है कि ऐसा कदम मत उठाओ। आपने अपने खेल से देश का सिर गर्व से ऊंचा किया है। हमारा राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से अनुरोध है कि मामले का संज्ञान लेकर पहलवानों से जल्द बातचीत करें और समाधान निकालें।

 

टिकैत ने कहा कि पहलवान हौंसला रखें। पूरा देश खिलाडि़यों के साथ हैं। सर्वसमाज और सर्वखाप के लोग मिलकर पहलवानों की लड़ाई लड़ेंगे। यह मेडल पहलवानों ने दिन-रात एक कर जीते हैं। इन मेडल में इतिहास छिपा हुआ है। खिलाडि़यों को संघर्ष करना चाहिए, इस तरह निराश होने की आवश्यकता नहीं है। देश असलियत समझता है। मामला सिर्फ पीडि़त को न्याय और दोषियों को सजा देने का है। सरकार से उम्मीद है कि जल्द से जल्द पहलवानों की पीड़ा को समझने का काम करेगी।

 

वहीं भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने खिलाडि़यों से पांच दिन का समय मांगा है। वहीं संभावना जताई जा रही है कि सिसौली या सोरम में जल्द ही पंचायत बुलाई जाएगी। सर्वखाप और सर्वसमाज की पंचायत में ही भविष्य की रणनीति तय होगी। इस पर बुधवार को अंतिम फैसला लिया जा सकता है।

वहीं इस दौरान श्री गंगा सभा अध्यक्ष नितिन गौतम काभी बड़ा बयान सामने आ रहा है। उन्होंने बताया कि जब पहलवान हरकी पैड़ी में अपना मेडल बहा रहे थे तब उन्हें रोका गया। उनका कहना था की  हरकी पैड़ी सनातन का पवित्र तीर्थ स्थल है। पहलवान स्नान करें। दानपुण्य कार्य करें। लेकिन मेडल विसर्जन नहीं करने दिया जाएगा। हरकी पैड़ी को राजनीति का अखाड़ा नहीं बनने दिया जाएगा।


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