Maharashtra crisis : महाराष्ट्र में सियासी घमासान तेज होता जा रहा है। बुधवार को एकनाथ शिंदे जब सूरत से अपने समर्थक विधायकों के साथ गुवाहाटी के लिए उड़े तो किसी ने सोचा भी नहीं था कि उसी रात मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी अपने सरकारी आवास 'वर्षा' छोड़कर 'मातोश्री' चले जाएंगे। असम की राजधानी गुवाहाटी में शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे कई अन्य बागी विधायकों के साथ डेरा जमाए हुए हैं। बागी विधायकों के तेवर ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की चिंता बढ़ा दी है।
उसी के चलते मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सरकारी बंगला छोड़कर अपने पुस्तैनी मकान मातोश्री शिफ्ट हो गए। विधायकों को वापस लाने के लिए राज्य की महा विकास अघाड़ी गठबंधन हर कोशिश कर रही है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कल यानि (23 जून) को अपने संबोधन के दौरान सीएम पद और शिवसेना प्रमुख की जिम्मेदारी छोड़ने की पेशकश की। उन्होंने एकनाथ शिंदे को सीएम बनने तक का ऑफर दिया। लेकिन भारतीय जनता पार्टी किसी भी तरह को इस मौके को हाथ से नहीं जाने दे सकती। इसी वजह से बीजेपी सभी बागी विधायकों पर कड़ी नजर बनाए हुई है।
महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच राकांपा प्रमुख शरद पवार ने पार्टी विधायकों की बैठक बुलाई है। इससे पहले उन्होंने कहा था कि शिवसेना विधायकों का विद्रोह पार्टी का आंतरिक मामला है और एमवीए में भागीदार राकांपा इसमें हस्तक्षेप नहीं करेगी।
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