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जानिए आखिर कौन है ट्विटर के नए CEO पराग अग्रवाल?

जानिए आखिर कौन है ट्विटर के नए CEO पराग अग्रवाल?

 

जैक डोर्सी  (jack dorsey) ने ट्विटर (Twitter) के CEO का पद छोड़ने का ऐलान कर दिया है। ऐसे में 37 साल के पराग अग्रवाल (Parag Agarwal) जो कि एक भारतीय है उन्हें यह पद सौंपा गया है। इसके साथ ही आज दुनिया की सबसे नामी कंपनियों का नेतृत्व कर रहे भारतीयों की लंबी सूची में एक और भारतीय नाम शामिल हो गया है। पराग अग्रवाल ने हमेशा पर्दे के पीछे से कई अहम भूमिका में पदार्पण किया है। हालांकि हो सकता है कि उन्हें यह पद उनके सशक्त तकनीकी क्षमता और उनके नाम पर कोई विवाद ना होना के कारण दिया गया हो।

अग्रवाल को चुनने के पीछे क्या है कारण
कहने को भारतीय मूल के प्रवासी अग्रवाल ज्यादा खबरों में नहीं रहे हैं। हालांकि उन्होंने एक कर्मचारी के तौर पर ट्विटर को अपने पूरे 15 साल दिए हैं, जबकि वह चार साल कंपनी के चीफ टेक्निकल ऑफिसर रह चुके हैं। लेकिन वह जैक डोर्सी, मार्क जुकरबर्ग या एलन मस्क की तरह कोई हाई प्रोफाइल शख्सियत नहीं हैं।

लेकिन इसके बावजूद वॉल स्ट्रीट की निगाहें बेहद उत्सुकता से ट्विटर की ओर देख रही हैं क्योंकि ऐसी अग्रवाल से ऐसी उम्मीद की जा रही है कि वह कंपनी को इंटरनेट के अगले युग यानी मेटावर्स की ओर ले जाएंगे। इस पर सीएफआरए रिसर्च के विश्लेषक एंजेलो जीनो ने लिखा कि 'अग्रवाल एक सुरक्षित चयन हैं जिन्हें निवेशक पसंद करेंगे। जीनो ने इस बात पर भी जोर दिया कि ट्विटर की हिस्सेदार कंपनी इलियट मैनेजमेंट कॉर्प ने डोर्सी को पद छोड़ने के लिए मजबूर किया था।'

सिलिकॉन वैली में जुड़ा एक नया नाम
अब से पराग अग्रवाल का नाम उन भारतीयों की लंबी सूची में में जुड़ गया है, जो सिलिकॉन वैली की बड़ी-बड़ी कंपनियों का नेतृत्व कर रहे हैं। जिनमें गूगल की मुख्य कंपनी अल्फाबेट के सुंदर पिचाई, माइक्रोसॉफ्ट के सत्य नडेला और आईबीएम के अरविंद कृष्णा शामिल हैं। बता दें कि पराग अग्रवाल ने आईआईटी बॉम्बे से पढ़ाई की है। इंजीनियरिंग की डिग्री के बाद उन्होंने अमेरिका की प्रतिष्ठित स्टैनफर्ड यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में पीएचडी की और फिर माइक्रोसॉफ्ट और याहू में इंटर्नशिप की है।

उन्होंने 2011 में ट्विटर में काम करना शुरू किया था। उस वक्त कंपनी में सिर्फ 1,000 कर्मचारी ही हुआ करते थे। एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल के आखिर में कंपनी के 5,500 कर्मचारी थे। देखते ही देखते कंपनी में अग्रवाल का नाम हो गया और 2017 में उन्हें चीफ टेक्निकल ऑफिसर नियुक्त कर दिया गया।

किन बड़ी चुनौतियां का करना होगा सामना
कहने को तो ट्विटर दुनिया के बड़े-बड़े लोगों जैसे राजनेताओं, पत्रकारों और मनोरंजन जगत की हस्तियों की पसंदीदा सोशल मीडिया प्रोफाइल है, लेकिन इसके बावजूद ग्राहकों की संख्या के मामले में यह फेसबुक और यूट्यूब और टिक टॉक से काफी पीछे रह गया है। फिलहाल ट्विटर के सिर्फ 20 करोड़ ऐसे यूजर हैं जो प्रतिदिन एक्टिव रहते हैं। ऐसे में पराग अग्रवाल के सामने चुनौतियां काफी बड़ा-सा पहाड़ हैं। इस पद को संभालने के बाद उन्हें सिर्फ तकनीकी विकास ही नहीं बल्कि राजनीतिक और सामाजिक चुनौतियों का भी सामना करना पड़ेगा।

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