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जन गण मन को आज ही के दिन मिली थी भारत के राष्ट्रगान के रूप में मान्यता, जानें इससे जुड़ी मुख्य बातें

जन गण मन को आज ही के दिन मिली थी भारत के राष्ट्रगान के रूप में मान्यता, जानें इससे जुड़ी मुख्य बातें

 

राष्ट्रगान हर भारतीय के लिए बड़ा ही अहम और खास है। राष्ट्रगान हमारी पहचान, सम्मान और गौरव का प्रतीक है। अगर कहीं भी राष्ट्रगान गाया जाता है तो इसे सम्मान देने के लिए सभी लोग सावधान की मुद्रा में अपनी जगह पर खड़े हो जाते है। जिस “राष्ट्रगान” से हमारे देश का गौरव है, क्या आपको पता है की इसे कब अपनाया गया था? आज के आर्टिकल में हम आपको बताने जा रहे है की राष्ट्रगान किस दिन अपनाया गया। 

राष्ट्रगान को 24 जनवरी के दिन भारतीय संविधान सभा में साल 1950 में आधिकारिक तौर पर संविधान सभा द्वारा अपनाया गया था। भारत के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद द्वारा ‘जन गण मन’ और ‘वंदे मातरम’ को राष्ट्रगीत घोषित किया गया था। 

राष्ट्रगान को लेकर मुख्य बातें

•    जिस महान व्यक्ति ने राष्ट्रगान लिखा था, वह रविद्रनाथ टैगोर जी है। इन्हें नोबल पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है। रविद्रनाथ टैगोर ने राष्ट्रगान की रचना साल 1911 में की थी। इन्होंने राष्ट्रगान को सबसे पहले बंगाली भाषा में लिखा था। उसके बाद आबिद अली ने राष्ट्रगान को हिंदी और उर्दू भाषा में ट्रांसलेट किया था। रविद्रनाथ टैगोर ने 1919 में ये गीत पहली बार आंध्र प्रदेश के बेसेंट थियोसोफिकल कॉलेज में गाया था। 


•    यह पहली बार 1905 में तत्वबोधिनी पत्रिका के एक अंक में प्रकाशित हुआ था।
•    1911 को टैगोर ने अपने लिखे इस गीत को इंग्लिश में अनुवाद किया था और इसे द मॉर्निंग सॉन्ग ऑफ इंडिया शीर्षक दिया।
•    पूरे गाने की धीमी धुन और इसके राग अलहैया बिलावल का श्रेय रवींद्रनाथ को ही दिया गया है। गाने की एक और सुरीली धुन, जर्मन में हैम्बर्ग रेडियो सिम्फनी ऑर्केस्ट्रा ने 1942 में बजाई थी।
•    सुभाष चंद्र बोस ने राष्ट्रगान चुनने में अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने हिंदी और उर्दू शब्दों का इस्तेमाल करते हुए टैगोर के मूल गीत का दूसरा संस्करण बनाया, जिसे शुभ चैन का नाम दिया गया।
•    राष्ट्रगान से जुड़ी एक खास बात ये भी है कि उसके बोल और धुन खुद रवींद्रनाथ टैगोर ने आंध्र प्रदेश के मदनपल्ली में तैयार किए थे।

राष्ट्रगान की रचना कैसे हुई 

रवीन्द्रनाथ टैगोर ने 1911 में एक कविता लिखी थी, जो 5 पदों में थी।  इसी कविता के पहले पद को राष्ट्रगान के रुप में लिया गया है।

राष्ट्रगान कितने मिनट का होता है?

राष्ट्रग गान की कुल अवधि लगभग 52 सेकंड की है। 

राष्ट्रगान को पहली बार कहां गया था

इसे पहली बार 27 दिसंबर 1911 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कलकत्ता सत्र में गाया गया था।

राष्ट्रगान में छिपे है भारत के राज्यों के नाम हैं

भारत के राष्ट्रगान में मुख्य रूप से 7 राज्यों का उल्लेख किया गया है। पंजाब, सिंधु जो वर्तमान में पाकिस्तान का एक राज्य, गुजरात, मराठा (महाराष्ट्र), द्राविड़ (दक्षिण भारत), उत्कल (वर्तमान में कलिंग) एवं बंग (बंगाल)। 

राष्ट्रगान के नियम

कानून के मुताबिक राष्ट्रगान गाने के लिए किसी को बाध्य नहीं किया जा सकता। राष्ट्रगान के नियमों का पालन नहीं करने व राष्ट्रगान का अपमान करने वाले व्यक्ति के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ इंसल्ट टू नेशनल ऑनर एक्ट-1971 की धारा-3 के तहत कार्रवाई की जाती हैं।


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