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Mann Ki Baat के 101वें एपिसोड में पीएम मोदी ने इन मुद्दों पर किया संबोधन

Mann Ki Baat के 101वें एपिसोड में पीएम मोदी ने इन मुद्दों पर किया संबोधन

 

Mann Ki Baat:पीएम मोदी आज अपने मन की बात का 101वां एपिसोड कर रहे हैं। नए संसद भवन के उद्घाटन के बाद पीएम नरेंद्र मोदी आज अपने मन की बात की जिसमें उन्होंने कई अहम मुद्दों पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने युवा संगम की चर्चा की और कहा कि युवा संगम के पहले दौर में करीब 1200 युवाओं ने देश के 22 राज्यों का भ्रमण किया। हर कोई जो इसका हिस्सा रहा है, वह ऐसी यादों के साथ लौट रहा है, जो जीवन भर उनके दिलों में बसी रहेंगी। उन्होंने युवाओं को सुझाव दिया कि उन्हें अपने अनुभव को बताते हुए ब्लॉग लिखना चाहिए।

 

पीएम मोदी ने इस दौरान गुरुग्राम के एक अनूठे संग्रहालय की बात की है, जिसका नाम है म्यूजियो कैमरा। इसमें 1860 के बाद के युग से संबंधित 8,000 से अधिक कैमरों का संग्रह है। तमिलनाडु के संभावनाओं के संग्रहालय को हमारे दिव्यांग लोगों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है।

 

ये एपिसोड सेकेंड सेंचुरी का प्रारंभ है- पीएम मोदी 
उन्होंने कहा कि मन की बात' का ये एपिसोड सेकेंड सेंचुरी का प्रारंभ है। पिछले महीने हम सभी ने इसकी स्पेशल सेंचुरी को सेलिब्रेट किया है। आपकी भागीदारी ही इस कार्यक्रम की सबसे बड़ी ताकत है। बीते दिनों हमने मन की बात में काशी तमिल संगमम की बात की। सौराष्ट्र तमिल संगमम की बात की। कुछ समय पहले ही वाराणसी में काशी तेलुगू संगमम भी हुआ। पीएम ने कहा कि एक भारत श्रेष्ठ भावना को ताकत देने वाला ऐसे ही एक और अनूठा प्रयास देश में हुआ है। ये प्रयास है- युवा संगम का। जब 'मन की बात' का प्रसारण हुआ, तो उस समय दुनिया के अलग-अलग देशों में, अलग-अलग टाइम जोन में, कहीं शाम हो रही थी, तो कहीं देर रात थी। इसके बावजूद बड़ी संख्या में लोगों ने 100वें एपिसोड को सुनने के लिए समय निकाला।

अपने संबोधन पीएम मोदी ने कहा कि आज देश के हर जिले में 75 अमृत सरोवर बन रहे हैं। हमारे अमृत सरोवर खास हैं क्योंकि ये आजादी का अमृत कल में बन रहे हैं और लोगों के प्रयास का सार इसमें डाला गया है। वीर सावरकर पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि वीर सावरकर का व्यक्तित्व शक्ति और विशालता का था। उनका निडर और स्वाभिमानी स्वभाव गुलामी की मानसिकता को बर्दाश्त नहीं कर सका।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को विनायक दामोदर सावरकर के योगदान का उल्लेख करते हुए कहा कि उनके निर्भीक और स्वाभिमानी स्वभाव को गुलामी की मानसिकता बिलकुल भी रास नहीं आती थी। उन्होंने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में सावरकर की जयंती पर उन्हें याद किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘आज वीर सावरकर जी की जयंती है। उनके त्याग, साहस और संकल्प-शक्ति से जुड़ी गाथाएं आज भी हम सबको प्रेरित करती हैं। मैं वो दिन भूल नहीं सकता, जब मैं अंडमान में, उस कोठरी में गया था जहां वीर सावरकर ने काला पानी की सजा काटी थी।’

 


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