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नकली ऐप या सॉफ्टवेयर की पहचान कैसे करें और इनसे कैसे बचें : पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह

नकली ऐप या सॉफ्टवेयर की पहचान कैसे करें और इनसे कैसे बचें : पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह

 

पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह ने कहा कि इस तकनीक के युग में करोडों स्मार्टफोन उपयोगकर्ता मोबाइल तकनीक की सुविधा और उसके मनोंरजन का आन्नद ले रहे हैं। विभिन्न ऐप्स, सॉफ्टवेयर और प्रौधोगिकियों के बढ़ते विकल्प हमारे फोन्स या डिवाइस को आधुनिक दुनिया में नेविगेट करने में महत्वपूर्ण उपकरण बनाते हैं। लेकिन जैसे-जैसे स्मार्टफोन उपयोगकर्ताओं की संख्या बढती जा रही है, वैसे-वैसे मोबाइल फोन को निशाना बनाने वाले साइबर अपराधियों का प्रचलन भी खासकर नकली ऐप और नकली सॉफ्टवेयर बनाकर अपराध करने के रूप में बढ़ता जा रहा है। नकली ऐप या नकली सॉफ्टवेयर साइबर अपराधियों द्वारा आपका डाटा चोरी करने के लिये बनाए जाते हैं। नकली ऐप और सॉफ्टवेयर का लुक और फंक्शन बिल्कुल असली ऐप व सॉफ्टवेयर की तरह बनाया जाते हैं, जिनमें केवल नाममात्र अंतर होता है जिनकी पहचान आम व्यक्ति करने में असमर्थ होता है। अगर कोई व्यक्ति इन नकली ऐप या सॉफ्टवेयर को डाउनलोड कर लेता है तो यह आपके डाटा तक पंहुचने के लिए आपसे अनुमति का अनुरोध करते हैं। जिसकी ज्यादातर लोग परमिशन दे देते हैं और साइबर अपराधी आपका डाटा चुराकर आपके साथ धोखाधडी करते हैं।

नकली ऐप या सॉफ्टवेयर की कैसे करें पहचान और इनसे कैसे बचें : पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह 

1. किसी ऐप या सॉफ्टवेयर को डाउनलोड करने से पहले उसके डेवलपर के बारे में शोध करने के लिए अतिरिक्त समय लें। इस तरह की जानकारी आप गूगल ब्राउजर पर खोज सकते हैं। जिससे पता चल जाता है कि यह विश्वसनीय है या नहीं। 
2. नकली ऐप या सॉफ्टवेयर डेवलपर्स नकली ऐप को उसकी असली ऐप के जैसा दिखने वाला बनाते हैं। इसलिए किसी ऐप को डाउनलोउ करने से पहले प्रत्येक अक्षर को ध्यान से पढें और किसी भी गलत वर्तनी की तलाश करें। 
3. ऐसी ऐप या सॉफ्टवेयर को डाउनलोड करने से पहले उसकी जारी होने की तारीख की जांच कर लें। अगर कोई नई ऐप थोडे समय में ज्यादा लोगों द्वारा डाउनलोड की गई है तो यह एक नकली ऐप होने का संकेत हो सकता है।
4. नकली ऐप आपके डाटा संबंधी ज्यादा परमिशन मांगते हैं जिसकी वास्तव में जरूरत नहीं होती है। कोई भी परमिशन देने से पहले उसकी आवश्कता है या नही उसकी जांच कर लें। 
5. अपनी डिवाइस में सॉफ्टवेयर अपडेट केवल अपनी डिवाइस की सेटिंग से ही करें। कभी भी संदिग्ध वेबसाइट, सोशल मीडिया प्लेटफार्म या आपके सिस्टम को अपडेट करने का वादा करने वाली ऐप से भी अपनी डिवाइस को अपडेट ना करें। 
6. अपनी डिवाइस को हमेशा अपडेट करके रखें और वायरस से सुरक्षित रखने के लिए उच्च गुणवत्ता वाला एंटी वायरस इंस्टाल करके रखें। 
7. अज्ञात सॉफ्टवेयर या ऐप डाउनलोड ना करें। ऑनलाइन या ईमेल के माध्यम से पेश किए जाने वाले मुफ्त सॉफ्टवेयर व ऐपलिकेशन के बारे में विशेष रूप से सतर्क रहें। 
8. ईमेल, पॉपअप, इंस्टेंट मैसेज/ टेक्स्ट या सोशल नेटवर्किंग साइट्स जैसे फेसबुक और ट्विटर में सॉफ्टवेयर के लिंक, ऐप के लिंक या विज्ञापनों पर क्लिक ना करें।
9. अपने डिवाइस के एंटीवायरस या अन्य सुरक्षात्मक सॉफ्टवेयर को कभी भी निष्क्रिय ना करें। उन्हें बार-2 और स्वचालित रूप से अपडेट करने के लिए सेट करके रखें। 
10. केवल और केवल विश्वसनीय स्त्रोतों से फाइलें, ऐप्स, सॉफ्टवेयर और प्लगइन्स डाउनलोड करें। इन सभी सावधानियों को अपनाकर व नकली उत्पाद की पहचान करके हम काफी हद तक अपने साथ होने वाले संभावित साइबर अपराध से बच सकते है।

 

 

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