हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। टिकट बंटवारे में अपने समर्थकों की अनदेखी से नाराज कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। दरअसल, अशोक तंवर को हरियाणा विधानसभा चुनाव में एक भी टिकट नहीं दी गई है। अशोक तंवर अपने समर्थकों के लिए 15 टिकट मांग रहे थे लेकिन जब टिकटों की घोषणा हुई तो तंवर के हिस्से में एक भी सीट नहीं आयी।
बता दें कि कांग्रेस की स्टार प्रचारकों की सूची में अशोक तंवर का नाम भी शामिल था और इससे पहले अशोक तंवर ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर कहा था कि मैं जितने भी पदों हूं, मुझे सभी पदों से मुक्त कर दिया जाए और मैं एक साधारण कार्यकर्ता के तौर पर पार्टी के लिए काम करूंगा। अशोक तंवर ने कहा कि दुख की बात ये है कि पार्टी के अंदर ही ऐसी ताकते हैं जिन्होंने पार्टी का विरोध किया और जमीन पर काम करने वालों को रोका गया। ब्लॉक अध्यक्ष या फिर जिला अध्यक्ष तक मुझे नहीं बनाने दिया गया। मेरे साथी गुटबाज़ी की भेंट चढ़ गए।
After long deliberations with party workers and for reasons well known to all Congressman and public, I hereby resign from the primary membership of the @INCIndia pic.twitter.com/qG9dYcV6u2
— Ashok Tanwar (@AshokTanwar_INC) October 5, 2019
अशोक तंवर ने सोनिया गांधी को यह भी कहा था कि हरियाणा कांग्रेस अब हुड्डा कांग्रेस में तब्दील हो चुकी है। तीन दिन पहले नाराज़ तंवर ने अपने समर्थकों के साथ राजधानी दिल्ली में सोनिया गांधी के घर के बाहर शक्ति प्रदर्शन किया था। इस दौरान उन्होंने हरियाणा के प्रभारी ग़ुलाम नबी आज़ाद, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा और प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा के ख़िलाफ़ जमकर नारेबाज़ी की था। इस दौरान तंवर ने कहा कि यह राजनीतिक हत्या करने का प्रयास हो रहा है। सोनिया गांधी ने हमेशा न्याय किया है और मुझे उम्मीद है कि हमें भी न्याय मिलेगा।
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