कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर ने गुरुवार को हरियाणा कांग्रेस की सभी चुनावी कमेटियों से इस्तीफा दे दिया। हालांकि वे कांग्रेस में प्राइमरी मेम्बर बने रहेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस एक आदमी ने हाईजैक कर ली है। हरियाणा कांग्रेस अब हुड्डा कांग्रेस बनकर रह गई है।
तंवर ने अपने इस्तीफे में कहा कि उन्होंने उम्मीदवार चयन के लिए 13 सुझाव भेजे थे। जिसमें पिछड़े, मुस्लिम और सिखों को सहीं अनुपात में टिकटें देने के लिए कहा था। इसके अलावा कर्मचारी नेता और ट्रेड यूनियन के किसी प्रतिनिधि को टिकट देने की मांग की थी। इसके साथ-साथ जेजेपी और इनेलो से आए नेताओं को टिकट न देने जैसे सुझाव थे। लेकिन टिकट वितरण में उनकी इन बातों को नहीं माना गया।
नेतृत्व का धन्यवाद !!
— Ashok Tanwar (@AshokTanwar_INC) October 3, 2019
हम गांधी,नेहरू,अम्बेडकर व आज़ाद की विचारधारा के रास्ते जनता के हक़,अधिकार व न्याय की लड़ाई लड़ते थे और लड़ते रहेंगे।
मैं कांग्रेस पार्टी @INCIndia की सभी कमेटियों से इस्तीफा दे रहा हूँ और प्राथमिक सदस्य के तौर पर पार्टी के माध्यम से जनता की सेवा करता रहूंगा। pic.twitter.com/AT2Xuvajgz
उन्होंने लिखा है कि ये विषय उन्होंने अपने वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के सामने उठाए थे लेकिन एक धड़ा कांग्रेस की 134 साल पुरानी विरासत को खत्म करना चाहता है। उन्हें लगता है कि कांग्रेस को एक आदमी ने हाईजैक कर लिया है। हरियाणा कांग्रेस अब हुड्डा कांग्रेस बन गई है। वे विधानसभा चुनाव की सभी कमेटियों से इस्तीफा देते हैं और कांग्रेस की मजबूती के लिए एक प्राइमरी मेंम्बर के तौर पर काम करेंगे।
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