G7 Summit:जापान के हिरोशिमा में G7 बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान G-7 के नेताओं ने एक संयुक्त बयान जारी किया जिसमें उन्होंने कहा कि सभी ग्रुप ऑफ सेवन के सदस्य यूक्रेन के खिलाफ रूस के अवैध, अनुचित, और अकारण युद्ध के खिलाफ एकजुट हैं और इसके लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने आगे कहा कि जी-7 के बयान में कहा गया है कि हम अपने अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों के साथ एक ऐसी दुनिया बनाने के लिए काम करेंगे जो मानव-केंद्रित, समावेशी और लचीला हो, जिसमें कोई भी पीछे न छूटे, सब बराबर हो।
#G7Summit underway in Hiroshima, Japan. The country's culture put on display as World Leaders and delegations visit the city. pic.twitter.com/SyEJV0wSsZ
— ANI (@ANI) May 20, 2023
परमाणु हथियारों से मुक्त दुनिया है आखिरी लक्ष्य
G-7 के सदस्यों ने संयुक्त बयान में रूस के आक्रमण और अवैध कब्जे की निंदा की गई। साथ ही कहा गया कि G-7 यूक्रेन का समर्थन करने के लिए सभी ठोस कदम उठा रहा है। इस दौरान ग्रुप ऑफ सेवन के सदस्यों ने निरस्त्रीकरण और अप्रसार के प्रयासों को मजबूत करने का संकल्प लिया। साथ ही सभी के लिए कम सुरक्षा के साथ परमाणु हथियारों से मुक्त दुनिया के अंतिम लक्ष्य की ओर बढ़ने पर जोर दिया।
"At our meeting today in Hiroshima, we, the Leaders of the G7, reaffirmed our commitment to stand together against Russia's illegal, unjustifiable, and unprovoked war of aggression against Ukraine. We condemn, in the strongest terms, Russia’s manifest violation of the Charter of… pic.twitter.com/I44mHfSiMx
— ANI (@ANI) May 20, 2023
रूस की निंदा की
हिरोशिमा में नेताओं ने यूक्रेन में पंद्रह महीने से चल रहे रूस के मसले को जल्द से जल्द एक व्यापक, न्यायपूर्ण और स्थायी शांति लाने के लिए हर संभव प्रयास करने का प्रण लिया। इसके अलावा, संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के चार्टर का रूस द्वारा सीधा उल्लंघन करने और बाकी दुनिया पर रूस के युद्ध के कारण पड़ने वाले प्रभाव की निंदा भी की। सदस्यों ने आगे चिंता जताई की युद्ध की वजह से हजारों जान जा चुकी हैं। युद्ध ने यूक्रेन के लोगों को भारी पीड़ा दी है। साथ ही इस युद्ध के कारण दुनिया के कई कमजोर देशों के लिए मुश्किले पैदा हुई हैं। इस युद्ध ने लोगों के लिए भोजन और ऊर्जा तक के पहुंच को भी खतरे में डाल दिया है।
जिसने शुरू किया वही करे खत्म
यूक्रेन में एक व्यापक, न्यायोचित और स्थायी शांति सुनिश्चित करने के लिए जी-7 के सदस्यों ने रूस से आग्रह किया है कि वह तुरंत इस लड़ाई को रोके और बिना किसी शर्त के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त यूक्रेन के क्षेत्र से अपने सैनिकों और सैन्य उपकरणों को वापस कर ले। बयान में कहा गया है कि रूस ने यह युद्ध शुरू किया था और इसे खत्म भी उसे ही करना चाहिए। वह यह युद्ध खत्म कर सकता है।
...We hereby pledge, from Hiroshima, the "symbol of peace", that G7 members will mobilize all our policy instruments and, together with Ukraine, make every effort to bring a comprehensive, just and lasting peace in Ukraine as soon as possible: G7 Leaders’ Statement on Ukraine pic.twitter.com/ow0nkBNu4N
— ANI (@ANI) May 20, 2023
यूक्रेन को आर्थिक सहायता की जरूरत
संयुक्त बयान में जी-7 देशों के सदस्यों ने यह सुनिश्चित करने के लिए अपनी मजबूत प्रतिबद्धता की भी पुष्टि की है कि युद्ध प्रभावित यूक्रेन को आर्थिक सहायता की जरूरत है। इसलिए सुनिश्चित किया गया कि यूक्रेन को 2023 और 2024 की शुरुआत के लिए आवश्यक आर्थिक समर्थन मिले।
इन देशों के नेताओं का स्वागत
विशेष रूप से जी-7 के सदस्यों ने इस बात पर जोर दिया कि रूसी आक्रमण के कारण कई गरीब देशों में खाद्य संकट बढ़ गया है, जो वैश्विक खाद्य असुरक्षा और कुपोषण को अभूतपूर्व स्तर तक बढ़ा रहा है। जी-7 नेताओं ने भारत, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कोमोरोस, कुक आइलैंड्स, इंडोनेशिया, कोरिया और वियतनाम के नेताओं की भागीदारी का भी स्वागत किया और उन्हें सम्मेलन में भाग लेने के लिए धन्यवाद दिया।