वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा, महंगाई की दर 4फीसदी नीचे है। मुद्रास्फीति नियंत्रण में है। आज, हम कर-संबंधी सुधार उपायों, निर्यात और घर-खरीदारों पर विचार करेंगे। सीतारमण का कहना है कि अर्थव्यवस्था के पुनरुद्धार का स्पष्ट संकेत है। हम रिएल एस्टेट के लिए कदम उठाएंगे, हमारा लक्ष्य अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाना है।
बैंकिंग क्षेत्र में असर दिख रहा है। हम निर्यात बढ़ाने के लिए कदम उठाएंगे। सीतारमण ने कहा, बैंकों से ऋण के प्रवाह में वृद्धि और सुधार हुआ है। सभी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के प्रमुखों से क्रेडिट फ्लो सिस्टम पर मुलाकात करेंगे। सीतारमण ने कहा कि सीपीआई कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स कंट्रोल में है और महंगाई दर कम है। IP नंबर्स भी बेहतर हैं।
Finance Min Nirmala Sitharaman: Govt working to reduce 'Time to export' by leveraging technology further;action plan to reduce turn around time at airports and ports bench marked to international standards to be implemented by Dec 2019 & Inter-Ministerial group will monitor this. pic.twitter.com/CB1qxhJEba
— ANI (@ANI) September 14, 2019
फिस्कल डेफिसिट 2018-19 में 3.4 फीसदी पर है। पार्शियल क्रेडिट गारंटी स्कीम इम्पलीमेंट हो चुकी है। बैंकों ने अब रेपो रेट से ईएमआई लिंक करनी शुरू कर दी है। 19 सितंबर को बैंकों के चीफ के साथ बैठक है जिसमें इसको लेकर रिपोर्ट मांगी जाएगी।
उन्होंने कहा कि 12 सितंबर से ई असेसमेंट स्कीम को लागू किया जा चुका है। डीआईएन यानी डॉक्यूमेंट आइडेंटिफिकेशन नंबर 14 अगस्त से लागू हो चुका है यानी कोई अधिकारी अब आपको पेपर्स के लिए परेशान नहीं कर सकता। औद्योगिक उत्पादन में इस वर्ष की पहली तिमाही में सुधार नजर आ रहा है।
उन्होंने कहा कि ई असेसमेंट स्कीम को 12 सितम्बर को नोटिफाई कर दिया गया है। छोटे टैक्सपेयर्स को छोटी मोटी प्रोसीज़रल गलतियों के लिए प्रोसीक्यूट नहीं किया जाएगा। 9 सितम्बर को ये आदेश नोटिफाई किया गया।