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क्या आप भी करना चाहते है IPS बनने की तैयारी, तो पहले जान लें इसके नियम

क्या आप भी करना चाहते है IPS बनने की तैयारी, तो पहले जान लें इसके नियम

 

भारत में बहुत सारे बच्चे आईपीएस की तैयारी में जुटे रहते है ताकि वह देश की सेवा में अपना योगदान दे सकें। आईपीएस आधिकारी बनने के लिए बच्चों को UPSC का पेपर पास करना होता है। UPSC आईपीएस पेपर के लिए कड़े मानदंड तय करती है, कैंडिडेट की राष्ट्रीयता देखी जाती है,वह भारतीय नागरिक होना चाहिए। तभी वह इस पेपर को दे सकता है। आज हम आपको अपने इस आर्टिकल में बताने जा रहे है कि IPS का मतलब क्या है, इस पद के लिए कौन आवेदन  नहीं कर सकता है।  चलिए जानते हैं...

IPS बनने की जानकारी
-IPS की फुल फॉर्म भारतीय पुलिस सेवा (Indian Police Service) है। 
-यह तीन अखिल भारतीय (All India Services) सेवाओं में से एक है।
-आईपीएस पद पाने के लिए सिविल सेवा परीक्षा देनी होती है। 
-सिविल सेवा परीक्षा में यूपीएससी परिणामों के अनुसार उनकी रैंकिंग के आधार पर उम्मीदवारों का चयन किया जाता है।

जिम्मेदारियों से IPS भरा  का पद
अखिल भारतीय सेवा में होने के नाते, IPS अधिकारियों को केंद्र सरकार और संबंधित राज्यों द्वारा नियोजित किया जा सकता है। भारत में IPS अधिकारी बहुत ज्यादा जिम्मेदारी निभाते हैं।
आप दो तरीकों से IPS पद पर नियुक्त हो सकते है। पहला स्टेट पुलिस सर्विस ऑफिसर्स को प्रमोट करके। दूसरा UPSC यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन की तरफ से कराया जाने वाला सिविल सर्विस परीक्षा देकर इस पद पर आ सकते है।

UPSC करती है सिविल सर्विस परीक्षा का आयोजन
UPSC हर साल सिविल सर्विस परीक्षा आयोजित करती है। इस परीक्षा में बहुत से पदों पर भर्ती की जाती है, जिसमें IAS, IRS, IFC पद भी शामिल है। इस परीक्षा में हर साल 5 लाख से भी ज्यादा कैंडिडेट्स परीक्षा देता है। वहीं, जो कैंडिडेट आईएएस या आईएफएस के रूप में पहले से नियुक्त है वह इस पद के लिए आवेदन नहीं दे सकते हैं।

तीन स्टेज में होता है IPS का एग्जाम 
-पहली स्टेज Civil Services (Preliminary) Exam की होती है।
-दूसरी स्टेज Civil Services (Main) Exam है।
-तीसरी स्टेज UPSC Personality Test होता है।
 
परीक्षा देने के लिए UPSC के नियम
भारत में IPS अधिकारी बनने के लिए,  कैंडिडेट्स  को UPSC द्वारा तय किय गए नियमों का पालन करना होता है। कैंडिडेट की राष्ट्रीयता देखी जाती है। वह भारतीय नागरिक होना चाहिए।
UPSC ने कैंडिडेट की न्यूनतम आयु 21 वर्ष तय की है। वहीं अधिकतम आयु कैटेगिरी के मुताबिक अलग होती है।

 


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