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दिल्‍ली : H3N2 के लिए LNJP अस्‍पताल में बना स्‍पेशल वार्ड, 15 डॉक्टरों की टीम तैनात

दिल्‍ली : H3N2 के लिए LNJP अस्‍पताल में बना स्‍पेशल वार्ड, 15 डॉक्टरों की टीम तैनात

 

Corona Virus:कोरोना के बाद अब लोगों को H3N2 इन्फ्लूएंजा का डर सताने लगा है। देश के कई कोनों से मामले आना भी शुरु हो चुके हैं, इसी को ध्यान में रखते हुए दिल्ली के LNJP अस्पताल में अलग से H3N2 के मरीजों के लिए 20 आइसोलेशन बेड की व्यवस्था की गई है। बताया जा रहा है कि यहां ऑक्सीजन की व्यवस्था है, बाईपैप मशीनें हैं और वेंटिलेटर लगाए गए हैं।

ओपीडी में प्रतिदिन आ रहे हैं 1600 मरीज
जरअसल, पिछले कुछ दिनों में एलएनजेपी ओपीडी में आने वाले मरीजों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। पहले ओपीडी में प्रतिदिन 1200-1300 मरीज आते थे, अब प्रतिदिन करीब 1600 मरीज आ रहे हैं। ओपीडी में पहले करीब 400 बच्चे आते थे, अब रोजाना करीब 600 बच्चे आ रहे हैं। इसे लेकर अस्पताल प्रशासन ने अपनी तरफ से स्वास्थ व्यवस्था किए हैं। उन्होंने ये भी बताया कि, ऐसा नहीं है कि हर मरीज  एच3एन2 वायरस से संक्रमित हैं। जो भी संदिग्ध मरीज दिखता है, हम उसका सैंपल आरटीपीसीआर जांच के लिए भेजते हैं।

LNJP अस्पताल में की गई खास व्यवस्था
 देशभर में H3N2 इन्फ्लूएंजा वायरस का खौफ लगातार बढ़ता जा रहा है। जिसके चलते केंद्र सरकार ने राज्यों को अलर्ट रहने के निर्देश जारी किए है। इसी कड़ी में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल (LNJP ) में अलग से H3N2 के मरीजों के लिए 20 आइसोलेशन बेड की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही 15 विशेषज्ञ डॉक्टर्स की टीम तैनात की गई है, जो राउंड द क्लॉक ड्यूटी करेंगे।

खास सुविधाएं से लैश
एच3एन2 संक्रमण के बढ़ते केसों के बीच दिल्ली के लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल (एलएनजेपी) ने एच3एन2 के लिए 20 बिस्तरों वाला आइसोलेशन वार्ड तैयार किया गया है। आइसोलेशन वार्ड में ऑक्सीजन, बीआईपीएपी मशीन, वेंटिलेटर की व्यवस्था है। एलएनजेपी के निदेशक डॉ. सुरेश कुमार ने कहा कि एच3एन2 मरीजों के लिए 20 बेड के साथ ऑक्सीजन, बीआईपीएपी मशीन, वेंटिलेटर की व्यवस्था के साथ एक अलग आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। 15 विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम मरीजों के लिए चौबीसों घंटे तैनात की गई है।

मरीजों को मिलेगी नि:शुल्क दवाइयां
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि ओसेल्टामिविर डब्ल्यूएचओ द्वारा अनुशंसित दवा है। यह दवा सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली के माध्यम से नि:शुल्क उपलब्ध कराई जाती है। सरकार ने व्यापक पहुंच और उपलब्धता के लिए फरवरी 2017 में दवा और कॉस्मेटिक अधिनियम की अनुसूची एच1 के तहत ओसेल्टामिविर की बिक्री की अनुमति दी है।


 


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