हिमाचल प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती (Himachal Pradesh Police Constable Recruitment) की लिखित परीक्षा के पेपर लीक मामले (paper leak case) में गिरफ्तार किए गए दो एजेंटों के शिमला (Shimla) के घणाहट्टी में उद्योग हैं। उन्हें शनिवार को अर्की (Arki) से गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तार वीरेंद्र कुमार और देवराज ने पूछताछ में मामले में शामिल और कई लोगों के नामों का खुलासा किया हैं। इस आधार पर पुलिस ने बाहरी राज्यों में दबिश देना भी तेज कर दिया है। इसमें जल्द ही बड़ी गिरफ्तारियां होना तय हैं।
इस पर एसपी सोलन वीरेंद्र शर्मा ने बताया कि कुछ दिनों पहले पानीपत (Panipat) से गिरफ्तार रौनिक धनकर ने पूछताछ में खुलासा किया था कि उसके साथ अर्की के रहने वाले घनाहट्टी शिमला के दो उद्योगपति एजेंट के रूप में कार्य कर रहे थे। दोनों का काम अभ्यर्थियों से पैसा इकट्ठा करना था। इन्होंने अभ्यर्थियों से तीन-तीन लाख रुपये की नकदी ली और ऑनलाइन पैसे खाते में डलवाए थे।
इनके संपर्क में सोलन सहित मंडी जिला के कई अभ्यर्थी थे। वहीं, दो दिन पहले शिमला पुलिस की विशेष जांच टीम (SIT) जिला मंडी (Mandi) में गिरफ्तार मनोज और सुरेश को पूछताछ के लिए सोलन (Solan) लाई है। इन दोनों आरोपियों ने अर्की के अभ्यर्थी को पेपर रटवाया था। पुलिस इन आरोपियों को निशानदेही के लिए करसोग और नेरचौक भी लेकर जाएगी।
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