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बाढ़ पीड़ितों के लिए खुला क्षतिपूर्ति पोर्टल, खराब हुई फसल का मुआवजा देगी सरकार, पढ़ें पूरी खबर

बाढ़ पीड़ितों के लिए खुला क्षतिपूर्ति पोर्टल, खराब हुई फसल का मुआवजा देगी सरकार, पढ़ें पूरी खबर

 

Haryana Flood: हरियाणा में बाढ़ से पीड़ित किसानों को मुआवजा देने के लिए सरकार ने गुरुवार को क्षति पोर्टल खोल दिया है। यह पोर्टल 20 अगस्त तक खुला रहेगा। इसके साथ ही जिन लोगों का बाढ़ में घर, मकान समेत पशुओं को नुकसान हुआ है उन्हें भी इसी पोर्टल से आवेदन करना होगा। वहीं मृतकों के परिवारवालों को 4 लाख का मुआवजा दिया जाएगा।

सरकार ने 12 जिलों को बाढ़ग्रस्त घोषित किया है। इनमें पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, पानीपत, सोनीपत, सिरसा, फतेहाबाद, फरीदाबाद और पलवल शामिल हैं।

क्षतिपूर्ति पोर्टल पर बाढ़ से पीड़ित लोगों को अपनी डिटेल अपलोड करनी होगी। बाढ़ के दौरान मारे गए व घायल हुए लोगों तथा पशुओं की मृत्यु की जानकारी भी पोर्टल पर देनी होगी। पोर्टल पर आवेदन करने वाले लोगों के नुकसान का सत्यापन DC की अध्यक्षता वाली कमेटी करेगी।

वही किसान क्षतिपूर्ति पोर्टल पर अप्लाई कर सकते हैं, जिस गांव में फसल खराब हुई है। प्रभावित गांव का चयन  DC ऑफिस की तरफ से किया जा रहा है। अगर किसी गांव में फसल खराब हुई है और किसान दर्ज कराना चाहते हैं तो उनको पहले उपायुक्त से अनुमति प्राप्त करनी होगी। इसके साथ ही जिला राजस्व अधिकारी से भी संपर्क भी करना होगा।

पहले यहां पंजीकरण कराना जरूरी 

ई-फसल क्षतिपूर्ति सूचना देने के लिए मेरी फसल मेरा ब्योरा पर फसल का पंजीकरण अनिवार्य है। क्षतिपूर्ति पोर्टल पर नुकसान की जानकारी किसानों द्वारा डाली जाएगी। इसके बाद टीम सर्वे करेगी। इसके बाद DC की कमेटी स्वीकृति प्रदान करेगी। जिन किसानों की फसल की बिजाई संभव नहीं है वह भी अप्लाई कर सकते हैं। अभी इस पोर्टल पर वही किसान आवेदन कर पाएंगे जिनकी फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है।


करीब 18 हजार एकड़ में फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी हैं और इनमें दोबारा बिजाई की संभावना नहीं बची है। इनमें पशुओं का हरा चारा, सब्जियों के अलावा कपास, मक्का व दलहन आदि की फसलें शामिल हैं। इन फसलों पर 15 हजार रुपये एकड़ मुआवजा दिया जाएगा। वहीं सरकार के अनुसार कुछ ऐसी फसले हैं, जिन पर अभी दोबारा से बिजाई की संभावना है, उसका आकलन जुलाई के बाद होगा। 


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