महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए शिवसेना को समर्थन देने पर सोमवार को कांग्रेस और राकांपा के शीर्ष नेताओं की बैठकें हुईं। इस बीच, शिवसेना के इकलौते मंत्री अरविंद सावंत ने मोदी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया। समर्थन को लेकर सोनिया गांधी की अध्यक्षता में कार्यसमिति कोई निर्णय नहीं ले पाई। अब कांग्रेस ने राज्य के वरिष्ठ नेताओं को चर्चा के लिए शाम 4 बजे दिल्ली बुलाया है।
राकांपा ने कोर कमेटी की बैठक के बाद कहा कि हमारे विधायक सरकार बनाने के पक्ष में हैं, लेकिन कांग्रेस के बगैर कोई फैसला नहीं लेंगे। राज्यपाल ने शिवसेना को संख्या बल बताने के लिए शाम 7:30 बजे तक का वक्त दिया है। शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे सत्ता का समीकरण बनाने में पूरा जोर लगा रहे हैं। वे शरद पवार से मिलने पहुंचे हैं।
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शिवसेना को सरकार बनाने का न्योता दिया है। राकांपा और कांग्रेस ने शिवसेना को समर्थन देने के लिए उसके एनडीए से अलग होने की शर्त रखी है। इसके बाद केंद्रीय मंत्री सावंत ने सोमवार सुबह ट्वीट कर इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया था।
Shiv Sena MP Arvind Sawant has tendered his resignation as Union Minister for Heavy Industries and Public Enterprises https://t.co/b0Wv4FvHvc pic.twitter.com/fzcaVonqw9
— ANI (@ANI) November 11, 2019
बदले हुए हालात में उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बन सकते हैं। जबकि, पहले वह अपने बेटे आदित्य ठाकरे को सीएम बनाना चाह रहे थे। उधर, इस नए गठजोड़ में उप-मुख्यमंत्री का पद राकांपा को जा सकता है। वहीं, कांग्रेस को विधानसभा में स्पीकर का पद दिया जा सकता है।