बहुचर्चित एजेल प्लॉट अलॉटमेंट केस और मानेसर लैंड स्कैम मामले में कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा बुधवार को पंचकूला की विशेष सीबीआइ कोर्ट में पेश हुए। आज मानेसर भूमि घोटाले में आरोपों पर बहस हुई। अब मामले की सुनवाई 26 सितंबर को होगी। वहीं, AJL प्लॉट आवंटन मामले में सुनवाई 22 अक्टूबर को होगी।
मानेसर भूमि घोटाले के मामले में आज 5 घंटे तक बहस हुई। मामले के मुख्य आरोपी और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा सहित अन्य सभी 33 आरोपित कोर्ट में पेश हुए। मामले की अगली सुनवाई अब 26 सितंंबर को होगी। उस दिन भी अरोपों पर बहस रहेगी जारी।
AJL प्लॉट आवंटन मामले में भी हुड्डा पेश हुए। मामले में AJL हाउस के चेयरमैन मोती लाल वोहरा पेश नहीं हुए। बचाव पक्ष द्वारा मामले में आरोपी मोती लाल वोहरा के उम्र और मेडिकल कारणों के चलते परमानेंट एक्सेम्पशन के लिए लगाई गई याचिका को सीबीआइ कोर्ट ने मंजूर की थी। मामले में आज बचाव पक्ष द्वारा लगाई गई याचिका पर सीबीआइ ने जवाब दायर किया। वहीं, पिछली सुनवाई में बचाव पक्ष द्वारा मामले के मुख्य आरोपित भूपेंद्र सिंह हुड्डा की डिस्चार्ज एप्लीकेशन लगाई थी। मामले की अगली सुनवाई अब 22 अक्टूबर को होगी। 22 अक्टूबर को बचाव पक्ष द्वारा लगाई गई याचिका व सीबीआइ के दायर जवाब पर बहस होगी। उसके बाद ही सीबीआइ कोर्ट द्वारा बचाव पक्ष की याचिका पर फैसला सुनाया जाएगा।
वहीं, हुड्डा ने नेशनल हेराल्ड की कंपनी एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड को पंचकूला में प्लॉट आवंटन मामले में खुद को मुक्त करने की मांग की थी। उहोंने पंचकूला की विशेष सीबीआइ अदालत में इस संबंध में याचिका दायर की थी। इस पर कोर्ट ने सीबीआइ को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। इस मामले में भी आज ही सुनवाई हुई।