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Ambedkar Jayanti 2022: बाबा साहेब की जयंती पर जानें उनके जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातें

Ambedkar Jayanti 2022: बाबा साहेब की जयंती पर जानें उनके जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातें

 

भारत के संविधान निर्माता डॉ. बी.आर अंबेडकर की जयंती मनाई जा रही है। अंबेडकर जयंती या भीम जयंती हर साल 14 अप्रैल को ही मनाई जाती है। भारतीय कानून व्यवस्था और संविधान में अंबेडकर साहब के अमूल्य योगदान को श्रद्धांजलि देने के लिए यह दिन मनाया जाता है। इस खास मौके पर हम आपको उनके जीवन से जुड़ी कुछ खास बातें और उन्होंने महिलाओं के लिए समाज में क्या किया साथ ही उन्हें राजा बच्चू सिंह ने अंबेडकर को क्यों मारा था। कुछ ऐसे सवालों के जवाबों को बताएंगे.... समाज में भीमराव अंबेडकर ने महिलाओं के लिए क्या किया? बाबा साहब अंबेडकर ने भारतीय महिलाओं को पुरुषों की तुलना में समान अधिकार दिए हैं। भारतीय समाज में लैंगिक असमानता को खत्म करने के लिए उन्होंने संविधान में लिंग के आधार पर भेदभाव के निषेध की व्यवस्था की। अनुच्छेद 14 से 16 में भी समाज में महिलाओं को समान अधिकार देने का प्रावधान है, जो महिलाओं को समाज में समान अधिकार देते हैं।

डॉ. भीमराव अंबेडकर को भारत रत्न कब मिला?
भारत के संविधान को लिखने वाले अंबेडर जी को भारत सरकार के द्वारा 1990 में मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया। भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया गया है।

अंबेडकर के अनुसार बंधुत्व क्यों जरूरी है?
बी.आर. अंबेडकर के अनुसार बंधुत्व आवश्यक है। क्योंकि इसके जरिए उसमें किसी भी प्रकार की ऊंच-नीच का भाव नहीं होगा। वहां के लोग कभी भी अपने को बन्दी नहीं समझेंगे। देश के प्रति सम्मान और कर्तव्य की भावना पैदा करेंगे और एक-दूसरे से जुड़कर राष्ट्र और भी अधिक बनेगा। बी.आर. अम्बेडकर के अनुसार बंधुत्व आवश्यक है।

बाबा साहब के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातें
बी.आर. अंबेडकर का पूरा नाम डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर था। डॉ. अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को मऊ मध्य प्रदेश राज्य में हुआ था। उनका जन्म एक गरीब अछूत परिवार में हुआ था। भीमराव अंबेडकर अपने माता-पिता की चौदहवीं और अंतिम संतान थे। उनका मूल नाम अंबेडकर था। लेकिन उनके शिक्षक, महादेव अंबेडकर जो उनका बहुत सम्मान करते थे। उन्होंने 1915 में कोलंबिया विश्वविद्यालय, यूएसए से अर्थशास्त्र में एमए किया। इसके बाद प्रसिद्ध अमेरिकी अर्थशास्त्री सेलिगमैन के मार्गदर्शन में अंबेडकर ने अपनी पीएच.डी. 1917 में कोलंबिया विश्वविद्यालय से की और यहां से डिग्री हासिल की। अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधि हासिल की। वह विदेश जाने वाले पहले भारतीय थे।

जानें कैसे हुई थी बाबा साहब अंबेडकर की मौत
अंबेडकर ने नेहरू से पूछा कि यह कौन है, तो उन्होंने कहा भरतपुर का राजा। तब अंबेडकर ने उन्हें कई अपमानजनक शब्द कहे। हाकिम चले गए, लेकिन हकलाना दूर नहीं हुआ। इसके साथ ही राजा साहब ने पिस्तौल निकाल कर पूरी संसद में उन पर गोलियां चला दीं।

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