Vastu Dosh: हिंदू शास्त्रों में गाय माता को पूजनीय स्थान दिया गया है। गाय को गौ माता कहा जाता है। शास्त्रों के अनुसार गौ माता में 33 करोड़ देवी-देवताओं का वास होता है। मान्यता है कि गौ माता की सेवा करने से जीवन में आने वाली परेशानियों का अंत हो जाता है। ज्योतिष में गाय से जुड़े कुछ अद्भुत तथ्यों और उपाय बताए गए है जिन्हें करने से मनुष्य के वास्तु दोष दूर होते है। आइए जानते है गौ माता से जुड़े अद्भुत तथ्यों के बारे में...
- शास्त्रों के अनुसार गाय को नियमित रुप से रोटी जरूर खिलाएं। ध्यान रखें जब भी भोजन बनाएं तो एक साफ प्लेट में पहली रोटी रखें। इसके बाद अगर घर में गाय हो तो उसे खिला दें या जो भी गाय बाहर दिख रही हो उसे खिलाएं। वास्तु कहता है कि खुद के खाना-खाने से पहले गाय को इस तरह से रोटी खिलाने से सारे वास्तु दोष दूर हो जाते हैं।
- घर में जब भी पूजा-पाठ या शुभ कार्यों का आयोजन करें तो उसमें गाय के दूध का ही पंचामृत बनाएं। अगर आपने गाय को घर में रखा है तो उसके लिए गौशाला बनवाए और गौशाला की दीवार घर से सटी हुई हो। घर के निकट बंधी गाय सभी के दोषों और उनसे होने वाले विकारों को दूर करती है।
- अगर आप गाय को पालने नहीं सकते या आपके पास जगह का अभाव है तो गाय का प्रतीक भी रख सकते हैं। ध्यान रखें कि इसे हमेशा दक्षिण-पूर्व दिशा में रखना चाहिए। ऐसा करने से एकाग्रता में वृद्धि होती है। शिक्षा और व्यवसाय में आ रही सभी परेशानियां एक-एक करके दूर होने लगती हैं।
- गौ माता को चारा खिलाने से तैंतीस कोटी देवी देवताओं को भोग लग जाता है।
-गौ माता कि सेवा परिक्रमा करने से इंसान भय मुक्त हो जाता है व सभी तीर्थो के पुण्यों का लाभ मिलता है।
-गौ माता की पीठ पर एक उभरा हुआ कुबड़ होता है। उस कुबड़ में सूर्य केतु नाड़ी होती है। रोजाना सुबह गौ माता की पीठ पर हाथ फेरने से रोगों का नाश होता है।
-जिस व्यक्ति के भाग्य की रेखा सोई हुई हो तो वो व्यक्ति अपनी हथेली में गुड़ को रखकर गौ माता को जीभ से चटाये गौ माता की जीभ हथेली पर रखे गुड़ को चाटने से व्यक्ति की सोई हुई भाग्य रेखा खुल जाती है।
-गाय के गोबर से बने हुए उपलों को रोजाना घर दूकान मंदिर परिसरों पर धुप करने से वातावरण शुद्ध होता है और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है।
-गाय की पूंछ में हनुमान जी का वास होता है। अगर किसी व्यक्ति को बुरी नज़र लग जाए तो गौ माता की पूंछ से झाड़ा लगाने से नज़र उतर जाती है।