Haryana Congress: हरियाणा कांग्रेस के हाईकमान दीपक बाबरिया ने पार्टी के नेताओं को लेटर जारी कर चेतावनी दी है कि- अगर किसी नेता की रिपोर्ट नकारात्मक आई तो आगामी विधानसभा चुनावों में इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। संदेश साफ है कि ऐसे नेताओं को टिकट नहीं दी जाएगी।
दरअसल पार्टी के लोकसाभा चुनाव में टिकट कई नेताओं के टिकट कटे थे जिसके बाद उन्होंने नाराजगी जताई थी। इनमें कैप्टन अजय यादव, चौधरी बीरेंद्र सिंह, करण दलाल, किरण चौधरी शामिल थे, हालांकि बाद में वे प्रत्याशियों के साथ आ गए थे। वहीं हाईकमान ने पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और SRK(सैलजा, रणदीप और किरण चौधरी) गुट के नेताओं का अभी तक एक मंच पर नहीं आने पर नाराजगी हाजिर की है।
नेताओं को दी चेतावनी
हाईकमान ने लेटर में लिखा- 'प्रत्येक कांग्रेस नेता, कार्यकर्ता और कांग्रेस पार्टी के सभी प्रतिबंद्ध सिपाहियों से मेरा आग्रह है कि अपने-अपने क्षेत्रों में कांग्रेस उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने के लिए बढ़-चढ़कर अपनी भूमिका निभाएं। साथ ही मैं आप सभी नेतागण, वर्तमान विधायक और सभी विधानसभा टिकट प्रत्याशी को सतर्क करना चाहता हूँ कि लोकसभा चुनाव परिणामों में जिनके भी क्षेत्र या हलके में कांग्रेस के पक्ष में मतदान कमजोर या जिन लोगों की भूमिका नकारात्मक होगी, वो सभी का विधानसभा चुनावों में टिकट का दावा कमजोर हो जाएगा।'
लेटर में BJP पर बोला हमला
इसके अलावा बाबरिया ने लेटर में बीजेपी पर जमकर हमला भी बोला है उन्होनें कहा है कि- '10 सालों के बीजेपी शासनकाल में बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई, अपराध, भ्रष्टाचार और नशे की समस्या ने आम हरियाणावासी बेहद नाराज है। ऐसा कोई वर्ग नहीं बचा जिसे इस सरकार ने अपमानित न किया हो। किसानों ने अपने हक की आवाज़ उठायी तो उन्हें लाठियों से पीटा गया, महिला खिलाडियों ने न्याय मागा तो दिल्ली में सड़कों पर घसीटा गया, युवाओं ने रोजगार मांगा तो अग्निपथ योजना लाकर उनके सपने चूर-चूर कर दिए गए और पकोड़ा तलने की सलाह दी गई। यही प्रमाण है कि भाजपा और प्रधानमंत्री लोकतंत्र की भावना से नहीं परन्तु अपनी पूंजीवादी नीतियों को लागू करने के लिए तानाशाही से शासन करना चाहती है।'
कांग्रेस के न्याय पत्र की दिलाई याद
उन्होंने लिखा है कि हमारे सम्मानित नेता राहुल गांधी जी ने न्याय पत्र के माध्यम से किसान न्याय, श्रमिक न्याय, युवा न्याय, नारी न्याय, हिस्सेदारी न्याय के तहत देश की जनता को 25 गारंटियां दी हैं। इन्हें घर-घर तक पहुंचाकर मतदाताओं को जागरुक करने की जिम्मेदारी हम सभी की है। आप सभी इस बात से अवगत हैं कि आज एक बार फिर संविधान और प्रजातन्त्र विरोधी ताकर्ते सिर उठा रही हैं, अब समय आ गया है कि समाज का हर वर्ग एकजुट होकर ऐसी ताकतों के खिलाफ मतदान करके संविधान की रक्षा करें।