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कंटेंट क्रिएशन के लिए यूट्यूब और फेसबुक ने बदले नियम, ऐसे वीडियो बनाने वालों को नहीं मिलेगा पैसा

कंटेंट क्रिएशन के लिए यूट्यूब और फेसबुक ने बदले नियम, ऐसे वीडियो बनाने वालों को नहीं मिलेगा पैसा

 

YouTube New Monetization Policy: YouTube ने अपनी मॉनेटाइजेशन पॉलिसी में बड़े बदलाव की घोषणा की है, जो कंटेंट क्रिएटर्स के लिए महत्वपूर्ण है। 15 जुलाई 2025 से लागू होने वाली इस नई नीति के तहत, "मास-प्रोड्यूस्ड", "रिपिटिटिव" और "इनऑथेंटिक" कंटेंट वाले वीडियो को मॉनेटाइजेशन से बाहर कर दिया जाएगा। इसका मतलब है कि ऐसे वीडियो बनाने वाले क्रिएटर्स को अब विज्ञापनों से कमाई नहीं मिलेगी।

ऐसे कंटेंट बनाने वालों को नहीं मिलेगा पैसा 

मास-प्रोड्यूस्ड कंटेंट: ऑटोमेटेड टूल्स, स्क्रिप्ट्स या सॉफ्टवेयर के जरिए बिना मानवीय योगदान के बनाए गए वीडियो, जैसे ऑटो-जेनरेटेड स्लाइडशो, टेक्स्ट-टू-स्पीच वीडियो या AI जनरेटेड कंटेंट बिना किसी क्रिएटिव एडिटिंग के।

रिपिटिटिव कंटेंट: एक ही टेम्पलेट या फॉर्मेट का बार-बार इस्तेमाल करने वाले वीडियो, जैसे रिएक्शन मिक्सअप, बिना कमेंट्री के क्लिप्स का संकलन, या न्यूनतम बदलाव के साथ दोबारा अपलोड किए गए वीडियो।

लो-एफर्ट कंटेंट: ऐसे वीडियो जो सिर्फ व्यूज बढ़ाने के लिए बनाए गए हों और जिनमें मनोरंजन या शैक्षिक मूल्य न हो, जैसे क्लिकबेट या स्पैम जैसा कंटेंट।
कॉपी किया गया कंटेंट: दूसरों के कंटेंट को बिना किसी महत्वपूर्ण बदलाव या मूल्यवर्धन (जैसे विश्लेषण, कमेंट्री या क्रिएटिव एडिटिंग) के इस्तेमाल करने वाले वीडियो।

फेसबुक की नई गाइडलाइन्स 

मेटा ने कहा है कि जो यूजर किसी और की सामग्री को बार-बार इस्‍तेमाल करेंगे, उनका मोनेटाइजेशन बंद कर दिया जाएगा। उनकी पोस्‍ट की रीच और उसका डिस्‍ट्रीब्‍यूशन भी कम कर दिया जाएगा। मेटा का कहना है कि फेसबुक डुप्‍लीकेट वीडियो का पता लगाने के बाद उसकी सभी कॉपियों का डिस्‍ट्रीब्‍यूशन बंद कर देगा, ताकि इसका श्रेय मूल क्रिएटर को दिया जा सके। कंपनी का कहना है कि वह एक ऐसे सिस्‍टम का परीक्षण कर रही है, जो डुप्लिकेट वीडियो पर मूल सामग्री का लिंक जोड़ेगा और दर्शकों को मूल कंटेंट तक पहुंचा देगा। 

ऐसे खाते हुए बंद 

मेटा ने 5 लाख ऐसे खातों को भी बंद कर दिया है, जो स्‍पैम से जुड़े थे। मेटा की कोशिश ऐसे नकली पोस्‍ट की पहचान करना है, जिनकी वजह से वह बिना मौलिक कंटेंट के भी पैसे देता है। इस अवैध कमाई को रोकने के लिए ही मेटा ने कॉपी पेस्‍ट करने वाले यूजर के कमेंट को कम करना शुरू किया है, ताकि ऐसी प्रोफाइल को मोनेटाइज होने से रोका जा सके। मेटा ने यह कार्रवाई यूट्यूब की तर्ज पर की है, जिसने कुछ दिन पहले अपने प्‍लेटफॉर्म पर दोहराव वाले वीडियो और एआई की मदद से बनाए गए कॉपी वीडियो को हटाना शुरू किया है। 
 


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