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क्यों नहीं है कोरोना वायरस के नए वेरिएंट XE से घबराने की जरूरत? जानें कारण

क्यों नहीं है कोरोना वायरस के नए वेरिएंट XE से घबराने की जरूरत? जानें कारण

 

देश में कोरोना वायरस का नया वेरिएंट दस्तक दे चुका। कोरोना वायरस के इस नए वेरिएंट का पहला केस सामने आ चुका है। जिसके बाद से लोग कोरोना वायरस के इस नए वेरिएंट को लेकर चिंता जाहिर कर रहे हैं। खबरों की मानें तो कोरोना का ये नया वेरिएंट दूसरे वेरिएंट्स की तुलना में 10 गुना ज्यादा संक्रामक है। कोरोना का ये नया XE वेरिएंट बेहद तेजी से लोगों को संक्रमित करता है। कई स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चिंता जाहिर की है कि यह वेरिएंट कोरोना की चौथी लहर की रफ्तार को तेज कर सकता है।  देश में XE वेरिएंट का पहला केस मुंबई में सामने आया है। लेकिन BMC के इस दावे का स्वास्थ्य मंत्रालय ने खंडन किया है।

खबरों के अनुसार कोरोना वायरस का XE Variant तेजी से फैलता है। पहले ही दुनियाभर के देश इस वेरिएंट पर चिंता जाहिर कर रहे है। अभी तक की गई स्टडी में यह बात सामने आई है कि यह वेरिएंट 10 गुना ज्यादा संक्रामक है। दुनियाभर के स्वास्थ्य विशेषज्ञ इस वैरिएंट के प्रसार पर चिंता जाहिर कर रहे हैं।

वहीं, कोरोना के इस नए वेरिएंट को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि Covid-19 का XE वेरिएंट Omicron के दो अलग-अलग वेरिएंट के मिलने से बना है। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट के दो रूप हैं। पहला है ओमिक्रॉन B.1 और दूसरा B.2 है। इन दोनों वेरिएंट से मिलकर ही नया वेरिएंट XE वेरिएंट बना है।

हालांकि भारत में लोगों को कोरोना के इस नए XE वेरिएंट से डरने की जरूरत नहीं है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में यह वेरिएंट भयावह स्थिति नहीं ला सकेगा। XE वेरिएंट का खतरा लगभग शून्य है। ICMR के वैज्ञानिक डॉक्टर समीरन पांडा, ICMR के पूर्व वैज्ञानिक डॉ. रमण गंगाखेडकर और एम्स दिल्ली के प्रोफेसर संजय रॉय ने भी यह कहा है कि कोरोना का नया वेरिएंट खतरनाक नहीं है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि भारत में कोरोना की तीसरी लहर ओमिक्रोन वेरिएंट की वजह से आई थी।  XE वेरिएंट ओमिक्रोन वेरिएंट का म्युटेशन है। विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना की हर लहर हमेशा नए वेरिएंट की वजह से आती है। सीरो सर्वे की रिपोर्ट के मुताबिक देश की 90 प्रतिशत आबादी संक्रमित हो चुकी है और लोग फिर से संक्रमित नहीं होंगे। चीन में ओमिक्रोन वेरिएंट से संक्रमित लोगों की संख्या कम थी, यही वजह है कि लोग बड़ी संख्या में XE वेरिएंट से संक्रमित हो रहे हैं।

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