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इस नवरात्रि दुर्गा अष्टमी पर बन रहा ये शुभ योग, जानिए क्या है इसका महत्व व पूजन का उत्तम मुहूर्त

इस नवरात्रि दुर्गा अष्टमी पर बन रहा ये शुभ योग, जानिए क्या है इसका महत्व व पूजन का उत्तम मुहूर्त

 

हिंदू धर्म में चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri) को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। यूं तो हर साल कुल चार नवरात्रि आते ही हैं, लेकिन चैत्र व शारदीय नवरात्रि बेहद खास होते हैं। चैत्र नवरात्रि के नौ दिन तक मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। मां जगदंबे को प्रसन्न करने के लिए भक्त कठोर व्रत करते हैं और उनकी विधिवत पूजा करते हैं। चैत्र नवरात्रि के पहले दिन यानी प्रतिपदा तिथि में घटस्थापना होती है। चैत्र नवरात्रि के आखिरी दिन रामनवमी (Ram Navami) को बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन ही भगवान श्रीराम (Lord Shri Ram)  का जन्म हुआ था। नवमी से ठीक एक दिन पहले दुर्गा अष्टमी (Durga Ashtami) मनाते हैं। नवरात्रि में भक्तों के बीच रामनवमी व दुर्गा अष्टमी की तिथि को लेकर काफी परेशानी बनी रहती है, ऐसे में जानिए यहां पर जानें क्या है सही तिथि-

दुर्गा अष्टमी पर बनने वाला शुभ योग-
हिंदू पंचांग के मुताबिक, 10 अप्रैल 2022 को देर रात 01 बजकर 23 मिनट तक अष्टमी तिथि रहेगी। इसके बाद नवमी (Navami) तिथि शुरू हो जाएगी। वहीं, 9 अप्रैल को सुबह 11 बजकर 25 मिनट के बाद सुकर्मा योग (Sukarma Yoga) लागू हो जाएगा। ज्योतिष शास्त्र में सुकर्मा योग को शुभ योगों में गिना जाता है। मान्यता है कि इस योग में किए गए कार्यों में सफलता प्राप्त होती है। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक, सुकर्मा योग में किसी नौकरी को ज्वाइन करना व मांगलिक कार्य करना बेहद शुभ रहता है।

दुर्गा अष्टमी 2022 के शुभ मुहूर्त-
ब्रह्म मुहूर्त- सुबह 04:32 बजे से सुबह 05:17 तक।
अभिजीत मुहूर्त- दोपहर 11:57 बजे से दोपहर 12:48 बजे तक।
विजय मुहूर्त- दोपहर 02:30 बजे से दोपहर 03:20 बजे तक।
गोधूलि मुहूर्त- शाम 06:31 बजे से शाम 06:55 तक।
अमृत काल- अप्रैल 10: सुबह 01:50, से सुबह 03:37 बजे तक।
रवि योग- अप्रैल 10: सुबह 04:31 बजे से सुबह 06:01 बजे तक।

नवरात्रि के आठवें दिन मां दुर्गा के इस स्वरूप की होती है पूजा-
नवरात्रि के आठवें दिन माता महागौरी (Goddess Mahagauri) की पूजा होती है। ऐसा माना जाता है कि राहु ग्रह देवी महागौरी द्वारा शासित होता है।

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