कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल का बुधवार सुबह साढ़े तीन बजे निधन हो गया। वह कोरोना पॉजिटिव होने के बाद करीब एक महीने से अस्पताल में भर्ती थे। उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली। बताया जा रहा है कि इलाज के दौरान उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। अहमद पटेल के निधन की जानकारी उनके बेटे फैसल पटेल ने ट्विटर पर दी।
फैसल ने अपने ट्वीट में लिखा,'एक साथ कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था जिसकी वजह से उनका निधन हो गया। अपने सभी शुभचिंतकों से अनुरोध करता हूं कि इस वक्त कोरोना वायरस के नियमों का कड़ाई से पालन करें और सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर दृढ़ रहें और किसी भी सामूहिक आयोजन में जाने से बचें।'
@ahmedpatel pic.twitter.com/7bboZbQ2A6
— Faisal Patel (@mfaisalpatel) November 24, 2020
वही, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी समेत कई नेताओं ने हमद पटेल के निधन पर गहरा शोक जताया है। रामनाथ कोविंद ने बुधवार को ट्वीट के जरिए दिए गए अपने शोक संदेश में कहा, 'कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ। श्री पटेल न केवल दक्ष सांसद थे, बल्कि उनमें कुशल रणनीतिकार का कौशल और जननेता का जादू भी समाहित था।' उन्होंने आगे कहा, 'अपने मैत्री भाव के कारण पार्टी के बाहर भी उन्होंने दोस्त बनाए थे। उनके परिजनों और दोस्तों को मेरी संवेदनाएं।'
Distressed to know that veteran Congress leader Ahmed Patel is no more. An astute Parliamentarian, Shri Patel combined the skills of a strategist and the charm of a mass leader. His amiability won him friends across party lines. My condolences to his family and friends.
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 25, 2020
पीएम मोदी ने अपने संदेश में कहा, 'अहमद पटेल जी के निधन से दुखी हूं। उन्होंने सार्वजनिक जीवन में लंबे समय तक समाज की सेवा की। अपनी तीक्ष्ण बुद्धि के लिए जाने जाने वाले पटेल का कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने में योगदान हमेशा याद किया जाएगा।' उनके पुत्र फैजल से बात कर अपनी संवेदनाएं प्रकट की। भगवान से प्रार्थना है की अहमद भाई की आत्मा को शांति प्रदान करें।'
Saddened by the demise of Ahmed Patel Ji. He spent years in public life, serving society. Known for his sharp mind, his role in strengthening the Congress Party would always be remembered. Spoke to his son Faisal and expressed condolences. May Ahmed Bhai’s soul rest in peace.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 25, 2020
वही, सोनिया गांधी ने कहा, 'अहमद पटेल के रूप में मैंने एक सहयोगी को खो दिया है, जिसका पूरा जीवन कांग्रेस को समर्पित था। मैं एक अपरिवर्तनीय कामरेड, एक वफादार सहयोगी और एक दोस्त खो चुकी हूं। उनके शोक संतप्त परिवार के प्रति मेरी पूरी सहानुभूति है।"
कांग्रेस के कोषाध्यक्ष रहे अहमद पटेल के निधन पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शोक जताया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, 'यह एक दुखद दिन है। अहमद पटेल कांग्रेस पार्टी के एक स्तंभ थे। उन्होंने कांग्रेस में रहकर सांस ली और सबसे कठिन समय में पार्टी के साथ खड़े रहे। हम उन्हें याद करेंगे। फैसल, मुमताज और परिवार को मेरा प्यार और संवेदना।'
It is a sad day. Shri Ahmed Patel was a pillar of the Congress party. He lived and breathed Congress and stood with the party through its most difficult times. He was a tremendous asset.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 25, 2020
We will miss him. My love and condolences to Faisal, Mumtaz & the family. pic.twitter.com/sZaOXOIMEX
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा, 'अहमद जी अत्यंत समझदार और अनुभवी नेता थे। मैं उनसे हमेशा विचार विमर्श करती और उनकी सलाह लिया करती थी। वह हमारे सच्चे मित्र थे। उनके निधन से कांग्रेस को गहरी क्षति हुई है। भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।'
इसके अलावा कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, 'निशब्द..जिन्हें हर छोटा बड़ा, दोस्त, साथी..विरोधी भी...एक ही नाम से सम्मान देते- ‘अहमद भाई’! वो जिन्होंने सदा निष्ठा व कर्तव्य निभाया, वो जिन्होंने सदा पार्टी को ही परिवार माना, वो जिन्होंने सदा राजनीतिक लकीरें मिटा दिलों पर छाप छोड़ी,अब भी विश्वास नही.. अलविदा "अहमद जी"।'
निशब्द..
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) November 25, 2020
जिन्हें हर छोटा बड़ा, दोस्त, साथी..विरोधी भी...एक ही नाम से सम्मान देते- ‘अहमद भाई’!
वो जिन्होंने सदा निष्ठा व कर्तव्य निभाया,
वो जिन्होंने सदा पार्टी को ही परिवार माना,
वो जिन्होंने सदा राजनीतिक लकीरें मिटा दिलों पर छाप छोड़ी,
अब भी विश्वास नही..
अलविदा “अहमद जी”🙏 pic.twitter.com/NRCwHPNZLl
बता दें कि अहमद पटेल का जन्म 21 अगस्त 1949 को गुजरात में भरुच जिले के पिरामल गांव में हुआ था। उस वक्त भरूच कांग्रेस का गढ़ हुआ करता था। वह पहली बार 1977 में 26 वर्ष की आयु में भरूच से लोकसभा का चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे। वह यहां से तीन बार लोकसभा सांसद चुने गए। जिसके बाद पार्टी में धीरे-धीरे उनका कद बढ़ता गया और 1985 में तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी के संसदीय सचिव बनाए गए। इसके बाद अहमद पटेल को 1986 में गुजरात कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया। वह 1988 में गांधी-नेहरू परिवार द्वारा संचालित जवाहर भवन ट्रस्ट के सचिव बनाए गए। वह सोनिया और राजीव दोनों के विश्वासपत्र रहे। वह तीन बार लोकसभा सांसद के अलावा पांच बार राज्यसभा सांसद भी रह चुके थे।