होम
देश
दुनिया
राज्य
खेल
बिजनेस
मनोरंजन
सेहत
नॉलेज
फैशन/लाइफ स्टाइल
अध्यात्म

 

रिश्ते में गलतफहमियों से हैं परेशान? अपनाएं ये सात ट्रिक्स, लंबा चलेगा दोनों का साथ  

रिश्ते में गलतफहमियों से हैं परेशान? अपनाएं ये सात ट्रिक्स, लंबा चलेगा दोनों का साथ  

 

Relationship Tips For Couples: किसी भी रिश्ते की सबसे मज़बूत नींव संवाद होती है। अगर जोड़े ईमानदारी और ईमानदारी से संवाद करते हैं, तो रिश्ता लंबे समय तक खुशहाल बना रहता है। हालाँकि, संवाद की कमी छोटी-छोटी बातों को भी बड़ी गलतफहमियों में तब्दील हो जाती है। अगर आप अपने रिश्ते को मज़बूत और प्यार से भरपूर बनाना चाहते हैं, तो अपने साथी के साथ संवाद बेहतर बनाएं। हालाँकि, कभी-कभी संवाद के दौरान की गई गलतियां रिश्ते को और भी खराब कर सकती हैं। 

ऐसे में इस लेख के जरिए आप पार्टनर के साथ संवाद बेहतर बनाने के सात आसान उपाय जानिए। क्योंकि संवाद एक लंबे और खुशहाल रिश्ते का सबसे जरुरी जरिया है। ईमानदारी, प्यार और समझ के साथ किया गया संवाद हर रिश्ते को मजबूत बनाता है।

ध्यान से सुनना

जोड़ों के बीच संवाद में सिर्फ़ बोलना ही नहीं, बल्कि ध्यान से सुनना भी शामिल है। जब आप ध्यान से सुनते हैं, तो दूसरे व्यक्ति को लगता है कि उनकी बातें मायने रखती हैं।

ईमानदारी और स्पष्ट बातचीत करें

किसी भी रिश्ते में सच्चाई बहुत ज़रूरी होती है। अगर कोई बात आपको परेशान कर रही है, तो उसे छिपाने के बजाय, शांति और स्पष्टता से कहें।

"तुम की जगह मैं" वाले शब्दों का प्रयोग करें

लोग अक्सर किसी विवाद की स्थिति में अपने साथी को दोष देते हैं और आसानी से कह देते हैं, "तुम हमेशा ऐसा ही करते हो।" आरोप लगाने के बजाय, "मुझे ऐसा लगता है" जैसे कथनों का प्रयोग करें। इससे बातचीत सकारात्मक रहेगी और विवाद की संभावना कम होगी।

गुस्से में बातचीत करने से बचें

अगर आप गुस्से में हैं, तो बातचीत को टाल दें। सही समय पर और सही माहौल में बात करना रिश्ते के लिए बेहतर होता है।

तकनीक का समझदारी से इस्तेमाल करें

आज के समय में, चैट और वीडियो कॉल के ज़रिए प्यार और भावनाओं का आदान-प्रदान किया जा सकता है। यह लंबी दूरी के रिश्तों में खास तौर पर मददगार होता है।

अपने साथी की भावनाओं का सम्मान करें

कभी-कभी, एक छोटा सा इशारा या वाक्य रिश्ते में मिठास भर सकता है। "धन्यवाद" या "मैं समझता हूँ" कहने से भी रिश्ते में प्यार और विश्वास बढ़ सकता है।

बातचीत को अपनी रोजमर्रा की आदत बनाएँ

सिर्फ़ बड़ी बातें ही नहीं, बल्कि अपने दिन के अनुभव, योजनाएँ या भावनाएँ जैसी छोटी-छोटी बातें भी साझा करें। आप चाहे कितने भी व्यस्त हों, अपने साथी से बात करने के लिए रोज़ाना 15 मिनट ज़रूर निकालें।


संबंधित समाचार