संसद में कृषि संबंधी विधेयकों के पारित होने के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि सरकार ने इन विधेयकों के रूप में किसानों के खिलाफ 'मौत का फरमान' निकाला है। राहुल ने रविवार को ट्वीट कर कहा, 'जो किसान धरती से सोना उगाता है, मोदी सरकार का घमंड उसे ख़ून के आँसू रुलाता है। राज्यसभा में आज जिस तरह कृषि विधेयक के रूप में सरकार ने किसानों के ख़िलाफ़ मौत का फ़रमान निकाला, उससे लोकतंत्र शर्मिंदा है।'
जो किसान धरती से सोना उगाता है,
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 20, 2020
मोदी सरकार का घमंड उसे ख़ून के आँसू रुलाता है।
राज्यसभा में आज जिस तरह कृषि विधेयक के रूप में सरकार ने किसानों के ख़िलाफ़ मौत का फ़रमान निकाला, उससे लोकतंत्र शर्मिंदा है।
वही, कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने राज्यसभा में कृषि बिल पास होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भारत के कृषि इतिहास में आज एक बड़ा दिन है वाले ट्वीट का जवाब देते हुए कहा, 'आज 73 वर्षों में सबसे अंधकारमय दिन है। प.जवाहरलाल नेहरू पहला संविधान संशोधन लाए थे ताकि किसानों को जमीदारों के शोषण से मुक्त किया जाए और जमीन अन्नदाता को सौंपी जाए। मोदी जी तीन क़ानून लाए हैं कि किसानों की जमीन और उनकी उपज नए जमीदारों यानी पूंजीपतियों को सौंप दी जाए।'
उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा, '1857 का स्वतंत्रता संग्राम इसलिए हुआ कि लॉर्ड डलहौजी ने भारतीयों से उनकी रियासतें, स्वशासन और हथियार छीन लिए थे। 2020 का स्वतंत्रता संग्राम इसलिए होगा की एक तानाशाह किसानों से उनकी जमीन और खेत-खलिहान छीन रहा है। जान लें, अब याचना नही रण होगा।' सुरजेवाला ने आगे कहा कि अंग्रेज़ भी देश कब्जाते हुए ऐसा ही कह रहे थे कि हम तुम्हे मुगलों से आजाद करवा रहे हैं। अगर सब इतना सही है तो करोड़ों किसान और 250 किसान संगठन भाजपा का विरोध क्यों कर रहे हैं? क्या आप किसान की बुद्धि, समझ, संकल्प, हिम्मत और परिश्रम को चुनोती दे रहे हैं?
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता ने मोदी निशाना साधते हुए कहा, 'PM को सीधा जबाब देना चाहिए-: 1. जब अनाज मंडी ख़त्म हो जाएँगी तो किसान को MSP कौन और कैसे देगा? 2. क्या FCI 15.50 करोड़ किसानों के खेत से MSP पर फसल ख़रीद सकती है? 3. आपने क़ानून में MSP पर फसल ख़रीद की गारंटी क्यों नही दी? 4. क्या आढ़ती-मज़दूर फसल बेचने में मददगार है या बंधन?'
PM को सीधा जबाब देना चाहिए-:
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) September 20, 2020
1. जब अनाज मंडी ख़त्म हो जाएँगी तो किसान को MSP कौन और कैसे देगा?
2. क्या FCI 15.50 करोड़ किसानों के खेत से MSP पर फसल ख़रीद सकती है?
3. आपने क़ानून में MSP पर फसल ख़रीद की गारंटी क्यों नही दी?
4. क्या आढ़ती-मज़दूर फसल बेचने में मददगार है या बंधन? https://t.co/7lKdg3go2p
बता दें कि रविवार को राज्यसभा में कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्द्धन और सुविधा) विधेयक-2020 और कृषक (सशक्तिकरण एवं संरक्षण) कीमत आश्वासन समझौता और कृषि सेवा पर करार विधेयक-2020 पास हो गए है।
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