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गुरदासपुर: किसान ने नई तकनीक से शुरु किया गुड़ का कारोबार, गांव के कई लोगों को मिला रोज़गार

गुरदासपुर: किसान ने नई तकनीक से शुरु किया गुड़ का कारोबार, गांव के कई लोगों को मिला रोज़गार

 

 

गुरदासपुर: जहां हर साल किसानों को गन्ने के मूल्य के लिए परेशान होना पड़ता है। वहीं गुरदासपुर के सलोपुर गांव के रहने वाले किसान ने नई तकनीक से गुड़ बनाने का नया कारोबार शुरु किया है। और साथ ही इस काम से कई लोगों को रोज़गार भी मिला है।

हर साल गन्ने की फ़सल को लेकर किसानों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। किसान गन्ने की फसल को मेहनत करके पैदा करता है, लेकिन फसल पक जाने के बाद सरकार की तरफ से उसे उसका सही मूल्य नहीं मिलता और अपने गन्ने की फसल के पैसे लेने के लिए कई-कई साल इतंजार करना पड़ता है। ऐसे में गुरदासपुर के सलोपुर गांव में रहने वाले एक छोटी उम्र के किसान कौशल सिंह ने अपने गांव में एक नई तकनीक से गन्ने की फ़सल को सरकार को ना देकर गुड़ निकाल कर शहरों में बेचना शुरू किया है। यह गुड़ खुले में ना बेंच कर इस गुड़ को एक ब्रांड और कंपनी का नाम भी दिया है। जिसका नाम “कैन फार्म्स” (Cane Farms) रखा है।

बता दें कि इस गुड़ को बनाने और पैकिंग करने के लिए गांव के ही 20 लोग काम कर रहे हैं। गांव के 20 घरों की रोज़ी रोटी इसी काम से चल रही है। किसान कौशल सिंह ने बताया कि, उसके पिता कई सालों से गन्ने की खेती करते आ रहे हैं, लेकिन जब फसल पक कर तैयार हो जाती है उसे बेचने के लिए उनके पिता को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। पहले फ़सल की कटाई करना फिर मिलों से गन्ने को उठाने के लिए पर्ची ना मिलना। अगर फसल मिल तक पहुंच गई तो फसल का सही रेट नहीं मिलता था।

जिसके चलते इस सब चीज़ों को देखकर कृषि विशेषज्ञ की सलाह लेकर यह काम शुरू किया। वहीं यहां काम करने वाले लोग भी काफी खुश हैं।

इस संबंध में कृषि विशेषज्ञ गुरदयाल सिंह ने बताया कि, इस किसान ने बहुत अच्छा काम किया है। इस तरह से मुनाफ़ा भी अच्छा हो रहा है और गांव के बेरोजगार लोगों को काम भी मिल रहा है। किसानों को चाहिए कि अपनी फ़सल जो बेचने के बजाए उससे कई प्रोडक्ट तैयार करें और मार्किट में बेचना शुरु करें।

जहां हर साल किसानों को गन्ने की फसल को बेचने और समर्थन मूल्य के लिए परेशान होना पड़ता है। वहीं इस तरह की कोशिश किसानों को नई तकनीक के साथ-साथ नए रोज़गार भी दे रहा है। 


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