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राष्ट्रपति जो बाइडेन बोले- अब अफगानिस्तान नहीं छोड़ते तो कब छोड़ते

राष्ट्रपति जो बाइडेन बोले- अब अफगानिस्तान नहीं छोड़ते तो कब छोड़ते

 

अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना के वापस जाने के साथ ही तालिबान ने लगभग पूरे देश को अपने नियंत्रण में ले लिया है। अफगानिस्तान में हालात इस कदर खराब हो गए हैं कि लोग अपनी जान की परवाह किए बगैर किसी भी हाल में देश को छोड़ना चाहते हैं। इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि हमे मालूम है कि आतंकी स्थिति का नाजायज फायदा उठा सकते हैं। आतंकी अफगानिस्तान के नागरिकों और अमेरिकी सैनिकों को निशाना बना सकते हैं। हम लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी स्रोत से संभावित खतरे पर हमारी नजर है। हम आईएसआईएस और आतंकी संगठन आईएसआईएस-के पर भी नजर बनाए हैं। सेना को 31 अगस्त के बाद भी अफगानिस्तान में रोकना है या नहीं इसपर भी बातचीत चल रही है। हमारी उम्मीद है कि हमे इसे बढ़ाना नहीं पड़े। लेकिन इस बात पर चर्चा होगी, मुझे इस बात पर संदेह है कि हम इस प्रक्रिया में अभी कितनी दूर हैं।

राष्ट्रपति ने यह भी कहा है कि अफगानिस्तान में हालात ठीक नहीं हैं। जिस तरह से लोग देश छोड़ रहे हैं वह दुखी करने वाला है। इतनी बड़ी संख्या में लोगों को बिना तकलीफ के बाहर निकालने का कोई रास्ता नहीं है, आप जो तस्वीरें देख रहे हैं वह दिल दुखाने वाली हैं। इन लोगों के लिए मेरा दिल दुखी है। लेकिन अंत में मैं ये कहना चाहूंगा कि अगर हम अब अफगानिस्तान नहीं छोड़ते तो कब छोड़ते। इसी बीच अमेरिकी व्हाइट हाउस का आधिकारिक भी बयान सामने आया है।

व्हाइट हाउस के आधिकारिक बयान में कहा गया है कि 14 अगस्त के बाद से, अमेरिका ने सैन्य और सम्मिलन उड़ानों पर लगभग 30,300 लोगों को निकालने की सुविधा प्रदान की है। जुलाई के अंत से हमने लगभग 35,500 लोगों को स्थानांतरित किया है। यह भी कहा गया कि आठ अमेरिकी सैन्य उड़ानों - 7 सी-17 और 1 सी-130 - ने हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लगभग 1,700 यात्रियों को निकाला। इसके अलावा, 39 सम्मिलन विमानों ने लगभग 3,400 यात्रियों के साथ उड़ान भरी।

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