चंड़ीगढ़: लोकसभा चुनाव 2019 के लिए राजनीतिक दलों की ओर से लगातार प्रत्याशियों की घोषणा की जा रही है. उम्मीदवारों की घोषणा में कई बड़े नेताओं के लोकसभा टिकट काटे गए हैं. इसी क्रम में कांग्रेस ने चंडीगढ़ से पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल को उम्मीदवार बनाने का ऐलान किया है. बंसल को टिकट मिलने से पूर्व विधायक नवजोत कौर सिद्धू की निराशा छिप नहीं रही है. दरअसल, पार्टी की ओर से उम्मीदवार उतारने से पहले ही उन्होंने जनसभाएं शुरू कर दी थीं. नवजोत कौर सिद्धू पंजाब सरकार में मंत्री और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी हैं.
पिछले दो महीने से नवजोत कौर चंडीगढ़ सीट पर लगातार प्रचार और चुनावी सभाएं कर रही थीं. उन्हें उम्मीद था कि पार्टी चंडीगढ़ से उम्मीदवार बनाएगी. माना जा रहा है कि पुलवामा हमले के बाद सिद्धू के बयान से पार्टी नेतृत्व नाराज है. टिकट कटने की एक वजह यह भी हो सकती है.
इसके अलावा नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में भी जाकर वहां के सेना अध्यक्ष कमर जावेद बाजवा से गले मिल थे. इस मुलाकात को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेताओं ने कांग्रेस और सिद्धू को जमकर घेरा था.
चंडीगढ़ सीट से टिकट नहीं मिलने से नाराज नवजोत कौर ने कहा अब किसी और सीट से चुनाव नहीं लड़ूंगी. मेरा सपना टूट गया. पार्टी चाहेगी तो प्रचार करूंगी, टिकट को लेकर पार्टी का फ़ैसला मंज़ूर है.
कांग्रेस ने 2014 में भी पवन बंसल को इस सीट से अपना उम्मीदवार बनाया था. उन्हें बीजेपी उम्मीदवार किरण खेर से हार का सामना करना पड़ा. इससे पहले 2009 के लोकसभा चुनाव में बंसल चंडीगढ़ से चुने गए थे और उन्हें रेलमंत्री बनाया गया.
बता दें कि पंजाब की सभी 13 सीटों पर अंतिम चरण में 19 मई को मतदान होगा. वोटों की गिनती 23 मई को होगी.