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नवजोत सिद्धू का पत्नी नवजोत कौर सिद्धू ने किया बचाव, कहा- बठिंडा में सिद्धू के कारण कम अंतर से हारे

नवजोत सिद्धू का पत्नी नवजोत कौर सिद्धू ने किया बचाव, कहा- बठिंडा में सिद्धू के कारण कम अंतर से हारे

 

पति नवजोत सिद्धू के बचाव में आते हुए नवजोत कौर सिद्धू ने करारा पलटवार किया और बठिंडा प्रत्याशी राजा वंड़िंग की हार पर बड़ा बयान दे दिया। मंत्री नवजोत सिद्धू के बठिंडा में प्रचार के दौरान कांग्रेस-शिअद के बीच खेले जा रहे फ्रेंडली मैच के दिए विवादित बयान के बाद प्रदेश कांग्रेस में मचे घमासान के बीच डॉ. नवजोत कौर सिद्धू अपने पति के बचाव में उतर आई हैं।

डॉ. सिद्धू ने कहा कि पार्टी में रहकर शिअद की मदद करने वाले कांग्रेसी सजा के हकदार हैं। इन नेताओं ने पार्टी का सबसे अधिक नुकसान किया है। डॉ. सिद्धू ने किसी का नाम लिए बिना कहा सब आपस में मिले हुए हैं। डॉ. सिद्धू ने कहा कि उन्हें यह समझ नहीं आया कि नवजोत सिद्धू के बयान में गलत क्या था।

मीडिया से बातचीत में डॉ. सिद्धू ने दावा किया कि बठिंडा में कांग्रेस के उम्मीदवार राजा वड़िंग भारी मतों से हार रहे थे। इस बात की जानकारी कांग्रेस हाईकमान को थी। कांग्रेस हाईकमान के आदेश के बाद ही सिद्धू बठिंडा में चुनाव प्रचार के लिए गए थे। सिद्धू द्वारा राजा वड़िंग के पक्ष में किए गए चुनाव प्रचार के बाद ही कांग्रेस कम मतों से हारी।

डॉ. सिद्धू का कहना था कि जिन लोकसभा हलकों में विधायकों ने जमीन पर काम किया, वहां पार्टी की जीत हुई। पटियाला और अमृतसर लोकसभा हलका इसका उदाहरण है। एक सवाल के जवाब में डॉ. सिद्धू ने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का सिद्धू पर दिया बयान तथ्यों के विपरीत है। सिद्धू ने राहुल गांधी के निर्देश के बाद चुनाव प्रचार किया। सिद्धू आज भी पार्टी के साथ चट्टान की तरह खड़े हैं। जब उनसे यह पूछा गए कि नवजोत का विभाग बदलने की चर्चा है।

इस पर डॉ. सिद्धू ने कहा कि एक वर्ष पहले हुए एक सर्वे में प्रदेश के स्थानीय निकाय विभाग को बेहतर काम करने का सम्मान मिला था। सिद्धू के प्रयासों से केंद्र सरकार की अमृत व अन्य स्कीमों के पैसे प्रदेश को मिले। यही पैसे विधायकों को अपने-अपने हलके के विकास के लिए बांटे गए। किस विधानसभा में कितनी राशि जारी हुई, इसका रिकॉर्ड विभाग के पास है।

मंत्री धर्मसोत पर तंज कसते हुए डॉ. सिद्धू ने कहा कि उन्हें सिद्धू के बयान पर बड़ी तकलीफ हो रही थी। सच तो यह है कि नाभा विधानसभा हलके के जिला अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों ने धर्मसोत की कार्यप्रणाली से दुखी होकर चुनाव से दो दिन पहले डॉ. धर्मवीर गांधी को समर्थन देने की घोषणा कर दी थी। मंत्री के विधानसभा हलके में विभाग ने कितनी राशि भेजी, कितनी खर्च की, इसका रिकॉर्ड भी विभाग के पास है।


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