केंद्र की मोदी सरकार (Modi government) के तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के बावजूद किसानों (farmer) का आंदोलन जारी रहेगा। संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने किसान आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया है। राकेश टिकैत का कहना है कि संसद में तीन कृषि कानूनों को निरस्त नहीं किए जाने तक आंदोलन जारी रहेगा। राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने स्पष्ट किया कि सरकार को किसानों के अन्य मुद्दों पर भी बात करनी चाहिए।
आंदोलन तत्काल वापस नहीं होगा, हम उस दिन का इंतजार करेंगे जब कृषि कानूनों को संसद में रद्द किया जाएगा ।
— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) November 19, 2021
सरकार MSP के साथ-साथ किसानों के दूसरे मुद्दों पर भी बातचीत करें : @RakeshTikaitBKU#FarmersProtest
उन्होंने कहा आंदोलन तुरंत वापस नहीं लिया जाएगा, हम उस दिन का इंतजार करेंगे जब संसद में कृषि कानून निरस्त हो जाएंगे। सरकार को एमएसपी (MSP) के साथ-साथ किसानों के अन्य मुद्दों पर भी बात करनी चाहिए। इससे पहले गुरु पर्व के मौके पर मोदी सरकार ने किसानों की मांग के आगे झुकते हुए तीन कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया था। पीएम मोदी ने अपने भाषण में एमएसपी को मजबूत करने का जिक्र किया था, लेकिन इस बारे में कानून बनाने पर कोई स्पष्ट बात नहीं की।
किसान आंदोलन (farmers movement) का नेतृत्व करने वाले नेता हमेशा स्पष्ट रहे हैं कि उनका आंदोलन केवल तीन कृषि कानूनों (three agricultural laws) के खिलाफ नहीं है। किसान आंदोलन ने हमेशा एमएसपी को लेकर कानून बनाने की मांग को दोहराया है। इसके अलावा इसमें कृषि से जुड़े अन्य सुधारों का भी जिक्र है। आपको बता दें कि पिछले साल मोदी सरकार (Modi government) ने तीन कृषि कानून लागू किए थे। पंजाब और हरियाणा के किसानों ने उनके विरोध में आंदोलन शुरू किया और एक साल तक दिल्ली के सिंघू और टिकरी सीमा पर आंदोलन को जारी रखा। किसानों ने फिलहाल सीमा पर ही रहने का फैसला किया है।
यह भी पढ़ें- PM Modi ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का किया ऐलान, कहा- आंदोलन खत्म करें किसान