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जिम कॉर्बेट में दो महीनों तक पार्क के अंदर रहने की जगह नहीं

जिम कॉर्बेट में दो महीनों तक पार्क के अंदर रहने की जगह नहीं

 

जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क का प्रसिद्ध जोन ढिकाला खुलने के साथ ही रात्रि विश्राम को लेकर पार्क पैक हो गया है। बिजरानी, झिरना, ढेला व ढिकाला के गेस्ट हाउसों के परमिट 14 जनवरी तक के लिए पर्यटकों ने बुक कर लिए हैं। डे-विजिट के परमिटों के लिए भी मारामारी चल रही है। परमिट कैंसिल होने पर अन्य पर्यटकों को परमिट देने की पार्क प्रशासन ने व्यवस्था की है। 

कॉर्बेट पार्क 15 जून को बरसात की वजह से बंद किया जाता है। ढेला व झिरना जोन पूरे साल डे-विजिट के लिए खुले रहते हैं। 30 जून से पार्क के बिजरानी, ढेला, झिरना आदि जोन में रात्रि विश्राम के साथ ही डे-विजिट जंगल सफारी होती है। 15 नवंबर को ढिकाला जोन पर्यटकों के सैर के लिए खुल चुका है। कॉर्बेट में पर्यटकों की आवाजाही बढ़ गई है। पार्क प्रशासन के अनुसार ढिकाला में रात्रि विश्राम के लिए रोजाना 80 से अधिक पर्यटक जा रहे हैं।

जबकि 150 से अधिक कैंटर सफारी कर डे विजिट का आनंद ले रही हैं। अन्य जोन में भी पर्यटकों की भीड़भाड़ देखने को मिल रही है। बताया कि ढिकाला जोन की अक्तूबर में बुकिंग शुरू कर दी गई थी। 14 जनवरी तक परमिट बुक करने के लिए पार्क की वेबसाइट खोली गई है। रात्रि विश्राम के लिए सभी जोनों के परमिट बुक कर लिए गए हैं। कॉर्बेट में हर साल दस लाख भारतीय पर्यटक तो करीब छह हजार विदेशी पर्यटक आते हैं। 

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