होम
देश
दुनिया
राज्य
खेल
बिजनेस
मनोरंजन
सेहत
नॉलेज
फैशन/लाइफ स्टाइल
अध्यात्म

 

कितने दिन तक बिना नींद लिए जिंदा रह सकता है इंसान? हकीकत जानकर फटी रह जाएंगी आंखें!

कितने दिन तक बिना नींद लिए जिंदा रह सकता है इंसान? हकीकत जानकर फटी रह जाएंगी आंखें!

 

Sleeping Effects On Body: नींद हमारी सेहत के लिए बहुत ज़रूरी है। हर किसी को रोज़ 7 से 8 घंटे सोना चाहिए। ऐसा न करना सेहत के लिए हानिकारक है। जब हम सोते हैं, तो हमारा शरीर और दिमाग रिकवरी मोड में होते हैं। इससे हमें अगले दिन के लिए नई एनर्जी मिलती है और फिजिकल और मेंटल परफॉर्मेंस बेहतर होती है। पर्याप्त नींद की कमी हमारी सेहत पर बुरा असर डालती है, जिससे एनर्जी लेवल, मानसिक स्थिति, एकाग्रता और सोचने-समझने की क्षमता प्रभावित होती है। इसीलिए नींद को, खाने की तरह ही, सेहत के लिए बहुत ज़रूरी माना जाता है।

ज़्यादातर लोग सोचते हैं कि अगर कोई 10 या 20 दिन तक न सोए तो क्या होगा? क्या इससे मौत हो सकती है? यह सवाल कभी न कभी आपके मन में भी ज़रूर आया होगा। हेल्थलाइन की एक रिपोर्ट, जिसमें एक्सपर्ट्स का हवाला दिया गया है, बताती है कि सिर्फ़ एक दिन भी बिना सोए रहने से सेहत पर बहुत ज़्यादा असर पड़ता है। इसलिए, अगर कोई व्यक्ति एक हफ़्ते तक न सोए, तो उसकी हालत बहुत ज़्यादा खराब हो सकती है। लंबे समय तक नींद की कमी से सोचने-समझने की क्षमता कम हो सकती है और फिजिकल और मेंटल परफॉर्मेंस खराब हो सकती है। यह सभी अंगों पर असर डालता है।

क्या नींद की कमी से जान जा सकती है?

आपको यह जानकर हैरानी होगी कि नींद सीधे दिल, दिमाग और ब्लड प्रेशर समेत सभी अंगों से जुड़ी होती है। नींद की कमी से दिल की बीमारी, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और मोटापा जैसी कई गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए, अगर कोई व्यक्ति लंबे समय तक न सोए, तो इससे मौत हो सकती है। हालांकि, यह कहना मुश्किल है कि बिना सोए कितने दिनों में मौत हो सकती है। इस पर कई एक्सपेरिमेंट किए गए हैं, लेकिन यह रहस्य अभी भी अनसुलझा है।

क्या कोई इंसान 11 दिन तक बिना सोए ज़िंदा रह सकता है?

साइंटिफिक अमेरिकन की एक रिपोर्ट के अनुसार, 1965 में, रैंडी गार्डनर नाम के एक 17 साल के स्टूडेंट ने एक साइंस फेयर में 264 घंटे, यानी लगभग 11 दिनों तक बिना सोए जागकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था। कई दूसरी स्टडीज़ में भी लोगों के लगातार 8 से 10 दिनों तक जागने के असर दिखाए गए हैं। हालांकि, अमेरिका में शिकागो यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने इस बारे में चूहों पर एक स्टडी की। इसमें पाया गया कि लगातार दो हफ़्ते या उससे ज़्यादा समय तक नींद की कमी के बाद चूहों की मौत हो गई। इन चूहों में भी मौत का सही कारण पता नहीं चल पाया, लेकिन इसे शरीर में हाइपरमेटाबॉलिज्म से जोड़ा गया।
 


संबंधित समाचार