होम
देश
दुनिया
राज्य
खेल
बिजनेस
मनोरंजन
सेहत
नॉलेज
फैशन/लाइफ स्टाइल
अध्यात्म

 

रेवाड़ी: लाइसेंस रद्द होने के बावजूद धड़ल्ले से चल रहा है ईट भट्ठा

रेवाड़ी: लाइसेंस रद्द होने के बावजूद धड़ल्ले से चल रहा है ईट भट्ठा

 

रेवाड़ी: अब इसे प्रशासन की नाकामी कहें या फिर कुछ और। रेवाड़ी में उच्च अधिकारियों के आदेश भी अब बेअसर होते दिखाई पड़ रहे हैं और जिले के गांव बुढाना में जिलाधीश के आदेश के बावजूद ईट भट्ठा मालिक धड़ल्ले से भट्ठा चलाकर प्रशासन के आदेशों को ठेंगा दिखा रहा है। सरपंच का आरोप है कि यह मामला फूड सप्लाई अधिकारियों और पुलिस के बीच लटका हुआ है और दरोगा ने फाइल को दबाया हुआ है।

आपको बता दें कि जिला प्रशासन ने गांव बुढाना में चल रहे ओमप्रकाश एंड कंपनी नामक एक भट्टे का लाइसेंस रद्द करने के बाद उसे बंद कराने के आदेश दिए थे, लेकिन लाइसेंस रद्द होने के बावजूद भट्टा आज भी बदस्तूर जारी है और भट्टा मालिक पर प्रशासन के आदेशों का कोई असर नहीं है।

शिकायतकर्ता की मानें तो उसने इस मामले को लेकर पिछले दिनों जिला उपायुक्त से शिकायत की थी। उपायुक्त ने भी इस मामले में संज्ञान लेते हुए फूड सप्लाई के अधिकारियों को 3 दिन में भट्ठा बंद कराने के निर्देश दिए थे। पहले तो फूड सप्लाई ने हीं इस मामले को लटकाए रखा, लेकिन अधिकारियों से मिलने के बाद फूड सप्लाई ने पुलिस को इस मामले में FIR करने के अर्जी लगाई। अब FIR दर्ज हुए भी करीब 15 दिन बीतने को है, लेकिन उसके बावजूद पुलिस कुंभकर्णी नींद सो रही है। 

 

शिकायतकर्ता का आरोप है कि पुलिस भट्ठा मालिक और फूड सप्लाई से मिली हुई है और इस मामले में मोटे लेन-देन के चलते अभी तक कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है। इसी के चलते शिकायतकर्ता और ग्रामीण एक बार फिर पुलिस अधीक्षक से मिले। पुलिस अधीक्षक ने दरोगा को तुरंत भट्ठा बंद कर मालिक को काबू करने के निर्देश दिए।

मगर यहां बड़ी हैरान करने वाली बात है कि अभी तक पुलिस इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर पाई है और मामले पर लीपापोती कर कहीं ना कहीं उसे दबाने की कोशिश की जा रही है, जिसे लेकर शिकायतकर्ता और ग्रामीणों में प्रशासन के प्रति भारी रोष है।

कहीं कोई सुनवाई ना होने के बाद अब शिकायतकर्ता और ग्रामीणों ने मीडिया का सहारा लिया है। उनकी प्रशासन से मांग है कि इस मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए भट्ठे को बंद कराया जाए और भट्टा मालिक को गिरफ्तार किया जाए।

अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या भट्ठा बंद कराकर की कोई बड़ी कार्रवाई अमल में लाता है या फिर मामले को इसी तरह से लीपा पोती के भरोसे ही छोड़ दिया जाएगा।

 


संबंधित समाचार