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गुरुग्राम: साइबर सिटी में तेज़ी से घट रहा है जलस्तर, ग्रामीण इलाकों में भी स्थिति गंभीर

गुरुग्राम: साइबर सिटी में तेज़ी से घट रहा है जलस्तर, ग्रामीण इलाकों में भी स्थिति गंभीर

 

गुरुग्राम: साइबर सिटी में तेज़ी से जलस्तर घटता जा रहा है। गुरुग्राम सिटी के अलावा ग्रामीण इलाकों में भी स्थिति भयावह हो रही है। यहां तक की जिला प्रशासन के तमाम प्रयासों के बाद भी पानी का दोहन जारी है।

बता दें कि जिले के भूजल अधिकारियों का कहना है कि गुरुग्राम में लगातार घटते जल स्तर पर अगर जल्दी गौर नहीं किया गया तो हालात बेहद गंभीर हो सकते है। दरअसल बीते कुछ सालों में साइबर सिटी में जिस तरह से पानी का दोहन या व्यावसायिकरण बढ़ा है, यह भी घटते जल स्तर का बड़ा कारण है। भूजल अधिकारियों की माने तो अवैध रूप से पनप रहे बोरवेल को रोकने के लिए जिला प्रशासन में 20 से ज्यादा टीमें है, लेकिन बावजूद इसके सिटी में लगातार बोरवेल बढ़ते ही जा रहे है।

दरअसल पानी का जल स्तर एकाएक कम नहीं हो रहा है, इसका कम होना लगातार जारी है, लेकिन इस सब के पीछे सरकार की कागज़ी हो चली योजनाएं भी जिम्मेदार है। दरअसल हर साल बारिश शुरू होने से पहले प्रशासन बारिश के पानी को जमा करने के लिए दर्जनों प्लान तो बनाता है, लेकिन इसे आधिकारिक लापरवाही कहे या फिर अनदेखी, जिसके कारण योजनाएं सिरे तक पहुंच नहीं पाती।

इस मामले में गुरुग्राम के ग्रामीण आंचलों की बात करें तो सरकारी योजना के तहत गांव के जोहड़ को बरसाती पानी से जोड़ने के लिए योजनाए तो बनाई गयी थी लेकिन 2 साल बीत जाने के बाद फंड न मिलने से काम अभी भी अधूरा ही है। जोहड़ की स्थिति देख कर आप खुद कागज़ी हो चली योजनाओ की हकीकत का अंदाज़ा लगा सकेंगे।

नगर निगम ने शहर के ओर शहर से लगते ग्रामीण आंचलों में सुख चुके पोखरों ,जोहड़ों,तालाबो को रेनोवेट कर इन्हें गुलज़ार करने की योजनाएं बनाई तो सही लेकिन बिना तैयारियों ओर फंड न मिलने के चलते यह कारगर योजना भी सिर्फ कागज़ी बन कर सिमट गई।


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