उत्तराखंड विधानसभा चुनाव (Uttarakhand Assembly Election 2022) में मिली करारी हार का दर्द कांग्रेस नेताओं को रह रहकर सता रहा है। सत्ता में वापसी को लेकर आश्वस्त कांग्रेस नेता अप्रत्यक्ष नतीजों से काफी हैरान और परेशान हैं। इस दौरान कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक के लिए दिल्ली रवाना होने से पहले पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (Former Chief Minister Harish Rawat) बेहद भावुक दिखाई दिए।
उनके शब्दों में कहा जाए तो वह राज्य में कांग्रेस की हार से बेहद काफी आहत हुए हैं। बैठक में जाने से पहले उन्होंने कहा कि 'वह समझ ही नहीं पा रहे हैं कि अपनी राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी (Congress National President Sonia Gandhi) से कैसे नजरें मिलाएंगे।' उन्होंने दिल्ली (Delhi) रवाना होने से पहले फेसबुक पेज पर एक पोस्ट भी साझा की। जिसमें वह बेहद भावुक दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने पोस्ट के कैप्शन में लिखा कि 'दिल्ली की ओर जाने की कल्पना मात्र से मेरे पांव और मन भारी हो रहे हैं।'
चुनौतियों से पार पाना ही होगा
वह कैसे सोनिया गांधी के चेहरे की तरफ देखे पाएंगे। उन्होंने राज्य में कांग्रेस की सत्ता वापसी को लेकर उन पर बहुत विश्वास जताया था। देश के तमाम शीर्षस्थ कांग्रेस (Congress) जनों का भी उन पर काफी बहुत विश्वास था। लेकिन वह ऐसा इसमें असफल रहे। हरीश ने कहा कि उनकी ही कहीं कमियां रही होंगी, जो वह विश्वास को खरे नहीं उतर पाए। अब हकिकत यह है कि हम हारे ही नहीं हैं, बल्कि हमारी हार कई और चिंताजनक संकेत दे रही है।
हरीश रावत ने आगे कहा कि उनका आज भी यही मानना है कि देश के अंदर कोई दूसरी पार्टी ऐसी है ही नहीं, जो पैन इंडिया स्वरूप ग्रहण करने में सक्षम हो और भाजपा का सशक्त लोकतांत्रिक विकल्प (Strong Democratic Alternative to BJP) पेश कर सके। टुकड़े-टुकड़े में कुछ लोग कोशिश जरूर कर रहे हैं। लेकिन उनके डीएनए (DNA) में वह सब नहीं है, जो कांग्रेस की डीएनए में है। लेकिन कांग्रेस पार्टी कहीं न कहीं रणनीतिक चूक का शिकार हो गई है। कुछ ऐसी स्थितियां बन रही हैं कि हम हर बार जनता का विश्वास जीतने में असफल हो रहे हैं।
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