होम
देश
दुनिया
राज्य
खेल
बिजनेस
मनोरंजन
सेहत
नॉलेज
फैशन/लाइफ स्टाइल
अध्यात्म

 

गुरदासपुर: डॉक्टरों की कमी से लोग परेशानी में, प्राइवेट अस्पताल जाने को मजबूर मरीज

गुरदासपुर: डॉक्टरों की कमी से लोग परेशानी में, प्राइवेट अस्पताल जाने को मजबूर मरीज

 

गुरदासपुर: पंजाब सरकार की तरफ से पंजाब में लोगों को बहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के दावे किये जा रहे हैं लेकिन जमीनी हक़ीक़त कुछ और ही है। हम बात कर रहे हैं दीनानगर विधानसभा हलके की, जो कि पंजाब की मंत्री अरुणा चौधरी का है। यहां अस्पताल की इमारत तो है लेकिन डॉक्टरों की कमी है। जिसकी वजह से लोगों को इलाज के लिए मजबूरन प्राइवेट अस्पताल का रास्ता देखना पड़ रहा है। या फिर उन्हें पठानकोट और गुरदासपुर इलाज के लिए जाना पड़ता है। वहीं इस बारे में अस्पताल के सीनियर मेडिकल अफसर सुशील डोगरा ने बताया कि, इस अस्पताल में डॉक्टरों की बड़ी कमी है।

बता दें कि इस अस्पताल से जुड़े बहुत से सरहदी गांव हैं, जहां के लोग यहां इलाज करवाने आते हैं। उन लोगों को भी मजबूरन इलाज के लिए गुरदासपुर या पठानकोट जाना पड़ता है।

दूसरी तरफ अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले लोगों का कहना है कि, अस्पताल में सहूलतो और डाक्टरों की कमी के चलते उन्हें इलाज के लिए गुरदासपुर या पठानकोट में जाना पड़ रहा है। इतना ही नहीं अगर मजबूरी में वो प्राइवेट अस्पतालों का रुख करते हैं तो उन्हें जमकर लूटा जाता है। इलाज के नाम पर लाखों का बिल बनाया जाता है।

जिसके चलते लोगों ने केंग्रेस विधायक अरुणा चौधरी से अपील की है कि, अस्पताल की स्थिति को जल्द से जल्द सुधारा जाए। फिलहाल जहां विधायक अरुणा चौधरी के हलके में अस्पताल का ऐसा हाल है तो प्रदेश में और अस्पतालों का क्या हाल होगा इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है।

 


संबंधित समाचार