Siddhu Moosewala Death: दिवंगत पंजाबी गायक Sidhu Moose Wala की हत्या को आज पूरे 1 साल हो चुके हैं। आज के ही दिन पिछले साल मानसा के गांव जवार के में करीब शाम 5:30 बजे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के गैंग के शार्प शूटरों ने गोलियां मारकर सिद्धू मूसेवाल की हत्या की थी। वहीं इस दिन मानसा के गुरुद्वारा सिंह सभा से लेकर बस स्टैंड तक ‘इंसाफ दो मार्च’ भी निकाली गई और गांव को सिद्दू मूसेवाला के पोस्टरों से सजाया गया। सहज पाठ के भोग डालकर पूरे गांव में ठंडे पानी की छबील भी लगाई गई। बता दें कि गायक का गांव मूसा और श्मशान घाट उनके प्रशंसकों के लिए यादगार बन गया है।
Sidhu Moosewala’s mother burst into tears while paying obeisance at her son’s Samadhi. Last year today he was killed by gangsters in village Jawar Ke. #29thMay #SidhuMooseWala pic.twitter.com/fkE5DNqQJx
— Gagandeep Singh (@Gagan4344) May 29, 2023
मां फूट-फूटकर लगी रोने
वहीं मूसेवाला की पहली पुण्यतिथि की पूर्व संध्या पर उनकी मां चरण कौर रविवार को जवाहर के गांव में उस जगह पर गोली के निशान देखकर फूट-फूट कर रो पड़ीं, जहां मूसेवाले की गोली मारकर हत्या की गई थी।उन्होंने कहा कि गोलियों के ये निशान मुझे उस क्रूरता की याद दिलाते हैं जिसका शिकार मेरे बेटे को बनाया गया था। एक साल बीत चुका है, लेकिन हम अभी भी न्याय का इंतजार कर रहे हैं। मास्टरमाइंड को सजा मिलने तक न्याय के लिए हमारी लड़ाई जारी रहेगी। उनकी हत्या एक बड़ी साजिश का हिस्सा थी और असली साजिशकर्ता अभी बेनकाब नहीं हुए हैं। वह जवाहर के गांव के निवासियों द्वारा मारे गए गायक की याद में आयोजित पाठ में शामिल हुईं।
असली गुनहगार तो अभी भी बाहर घूम रहे
लेकिन इस कार्रवाई के बाद भी सिद्धू के माता-पिता ना खुश है. उनका साफ तौर पर इल्जाम है कि जिन गैंगस्टरों ने गोली मारकर सिद्धू मुसेवाला की हत्या की है वे मास्टरमाइंड नहीं. ये तो खरीदे गए लोग थे, जो सिद्धू को मारने आए थे. असली गुनहगार तो अभी भी बाहर घूम रहे हैं।