केंद्र द्वारा लाए गए कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों ने आज से आंदोलन तेज कर दिया है और सरकार पर दबाव बढ़ाने के लिए भूख हड़ताल पर बैठ गए है। ऐसे में किसान नेता सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक भूख हड़ताल पर रहेंगे। किसानों द्वारा यह अनशन राजधानी के गाजीपुर, टीकरी और सिंघु बॉर्डर तथा कुछ अन्य स्थानों पर किया जा रहा है।
Delhi: Farmer leaders sit on a hunger strike; visuals from Singhu (Delhi-Haryana border) where farmers' protest enters 19th day.#FarmLaws pic.twitter.com/v69XIZCzdi
— ANI (@ANI) December 14, 2020
इसके अलावा किसान जिला मुख्यालयों में भी अनशन तथा धरना प्रदर्शन करेंगे। वही, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी भूख हड़ताल करने की घोषणा की है। साथ ही उन्होंने आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं से किसानों के आंदोलन में शामिल होने की अपील की है।
बता दें कि किसान संगठन नए कृषि कानूनों को रद्द करने पर अड़े हैं। शनिवार को किसान संगठनों ने आंदोलन तेज कर दिया। किसान संगठनों ने देश में अनेक स्थानों पर टोल प्लाजा पर प्रदर्शन करके कर वसूली को बाधित किया। इसके अलावा किसानों के कई जत्थे अलग-अलग राज्यों से दिल्ली के लिए रवाना हो गए।
दरअसल, सरकार ने किसान संगठनों को कृषि सुधार कानूनों में संशोधन का प्रस्ताव दिया था जिसे खारिज कर दिया गया था और आंदोलन तेज करने की धमकी दी थी। इस बीच कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों से आंदोलन समाप्त कर बातचीत से समस्या का समाधान करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि बातचीत से समस्या का समाधान निकलेगा। सरकार का दरवाजा किसानों से बातचीत के लिए खुला है।
जानकारी के लिए बता दें कि किसान संगठन पिछले 19 दिनों से राष्ट्रीय राजधानी की सीमा पर आंदोलन कर रहे हैं। ऐसे में सरकार ने दिल्ली की सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। सीमा पर बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है।
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