कांग्रेस ने केंद्र सरकार से देश के सभी नागरिकों को कोरोना वैक्सीन मुफ्त में लगाने की एक बार फिर मांग की है । इसके साथ ही पार्टी ने आरोप लगाया कि सरकार की ढुलमुल नीति की वजह से टीकाकरण अधर में लटक गया है। वहीं, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने यह दावा किया कि केंद्र सरकार कोरोना से हुई मौतों का आंकड़ा छिपा रही है।
दरअसल, मुख्य विपक्षी पार्टी ने बुधवार को मुफ्त वैक्सीनेशन की पैरवी करते हुए विभिन्न सोशल मीडिया मंचों पर ‘स्पीक-अप फॉर फ्री यूनिवर्सल वैक्सीनेशन’ हैशटैग से अभियान चलाया। इस अभियान के तहत राहुल गांधी ने ट्वीट किया, "कोरोना वायरस महामारी के ख़िलाफ़ सबसे मज़बूत सुरक्षा कवच सिर्फ़ टीका है। देश के जन-जन का मुफ़्त टीकाकरण करने के लिए आप भी आवाज़ उठाइये- केंद्र सरकार को जगाइये!" उन्होंने एक खबर का हवाला देते हुए यह दावा भी किया, "भारत सरकार कोविड से हुई मौतों के असली आंकड़ों को छिपा रही है।"
कोरोना महामारी के ख़िलाफ़ सबसे मज़बूत सुरक्षा कवच सिर्फ़ वैक्सीन है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 2, 2021
देश के जन-जन तक मुफ़्त टीकाकरण पहुँचाने के लिए आप भी आवाज़ उठाइये- केंद्र सरकार को जगाइये!#SpeakUpForFreeUniversalVaccination pic.twitter.com/SEFhwokfSU
वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने फेसबुक पोस्ट में कहा, "आज देश में प्रतिदिन औसतन 19 लाख लोगों को टीका लग पा रहा है। केंद्र सरकार की ढुलमुल टीका नीति ने टीकाकरण को अधर में लाकर छोड़ दिया है।" उन्होंने दावा किया, "भारत के लोगों ने आशा की थी कि सबके लिए मुफ्त टीका की नीति बनेगी लेकिन केंद्र सरकार ने दिया क्या? टीकाकरण केन्द्रों पर ताले, एक देश में टीके के 3 दाम, अभी तक मात्र 3.4 प्रतिशत आबादी का पूर्ण टीकाकरण, जिम्मेदारी त्याग कर भार राज्यों पर डालना। दिशाहीन टीका नीति।"
इसके अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने एक वीडियो जारी कर कहा, ‘एक टीका ही है जो पूरी दुनिया को और भारत को कोविड से बचा सकता है। इसलिए हमारी मांग है कि देशवासियों को मुफ्त में टीका लगाया जाना चाहिए।’ पार्टी के कई अन्य नेताओं ने भी इस अभियान के तहत मुफ्त टीकाकरण की मांग उठाई।