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पंजाब के बड़े गिरोह का हुआ पर्दाफाश, कनाडा से जुड़े थे इस गिरोह के तार

पंजाब के बड़े गिरोह का हुआ पर्दाफाश, कनाडा से जुड़े थे इस गिरोह के तार

 

जालंधर देहात पुलिस, प्रवर्तन निदेशालय, काउंटर इंटेलीजेंस और नॉरकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो को एक बड़ी कामयाबी मिली है. इनके द्वारा की गई साझा कार्रवाई से एक बड़े गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया है.

 

पंजाब में ड्रग्स की तस्करी करने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश हुआ है. इस गिरोह के तार कनाडा तक से जुड़े हुए हैं. ड्रग्स की तस्करी के लिए इस गिरोह द्वारा अजमाया गया तरीका हैरान करने वाला है.

 

नशीले पदार्थों की तस्करी के इस गिरोह के तार कनाडा के टोरंटो में बैठे कमलजीत सिंह चौहान से जुड़े हुए थे. उसी को निजी कूरियर कंपनी के जरिए लंगर के भगौनों में नशीले पदार्थ भेजे जाने थे. गिरोह के पास से करीब 5 किलो केटामाइन और 6 किलो अफीम ज़ब्त की गई है.

 

ये गिरोह लंगर में इस्तेमाल किए जाने वाले बड़े भगौने का इस्तेमाल कनाडा ड्रग्स भेजने के लिए कर रहा था. दरअसल गिरोह की ओर से पंजाब के मालेर कोटला से 14 भगौने खरीदे गए. फिर दो-दो भगौने लेकर पहले उनमें ड्रग्स छुपाए और फिर उन्हें वेल्ड कर दिया. इस तरह जुड़ने के बाद बचे 7 भगौनों को निजी कूरियर कंपनी के जरिए कनाडा भेज दिया.

 

इस गिरोह का सरगना कनाडा इमिग्रेंट दविंदर देव निरवाल उर्फ देव है जो मूल रूप से राजस्थान के श्रीगंगानगर का रहने वाला है. गिरफ्तार किए गए अन्य ड्रग्स तस्करों में जालंधर के गांव जैतोवाली के दो सगे भाई अजीत सिंह और त्रिलोचन सिंह भी शामिल हैं. गिरफ्तार किया गया चौथा सदस्य होशियारपुर के बुलोवाल गांव का रहने वाला गुरबक्श सिंह है.

 

मामले में काउंटर इंटेलीजेंस के एआईजी हरकंवलप्रीत सिंह ने बताया कि दविंदर देव पिछले 24 साल से नशीले पदार्थों का अवैध कारोबार चला रहा है. बेनामी संपत्तियों की वजह से वह राजस्थान में ईडी की पकड़ में आ गया था. उसके बाद वहां से भाग कर पंजाब के होशियारपुर और फिर लुधियाना के खन्ना में आकर रहने लगा. बता दें दविंदर देव की तालाश नॉरकोटिक्स ब्यूरो को भी है.

 

 

 


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