बलूचिस्तान में बलोच लिबरेशन आर्मी (Baloch Liberation Army) के लड़ाकों ने पाकिस्तानी सेना पर हमला किया है। इस हमले में 100 से ज्यादा पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं। बलोच लिबरेशन आर्मी के हमले में फ्रंटियर कोर के आईजी मेजर जनरल अयमान बिलाल सफदर ने भी जान गंवा दी है।
पाकिस्तानी सेना और बलोच लिबरेशन आर्मी के बीच लगातार संघर्ष जारी है। बलूचिस्तान के नागरिकों का आरोप है कि पाकिस्तानी सरकार उनका दमन करती है। सरकार का विरोध करने वाले लोगों की सेना और प्रशासन हत्या कर देती है। दोहरे मोर्चे पर हुए हमले से पाकिस्तान (Pakistan) हिल गया है।
बलूचों के हमले में पाकिस्तानी सैनिकों का बड़ा नुकसान हो गया है। एक बार फिर पाकिस्तान गृहयुद्ध की तरफ जाता दिख रहा है। बलोच लिबरेशन आर्मी ने नोश्की और पंजुगुर में भीषण हमला किया है। पाकिस्तानी सैन्य टुकड़ियों की मुश्किलें बलूच अटैक से बढ़ गई हैं। अब कानून व्यवस्था को बनाए रखना पाकिस्तान की सबसे बड़ी चुनौती है।
पाकिस्तानी सेना के लिए यह बेहद मनहूस खबर है। पाकिस्तान के मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने माना है कि दोनों इलाकों में हमला हुआ है। मंत्री ने बलोच लिबरेशन आर्मी के मारे गए लोगों को दहशतगर्द बताया है और अपने सैनिकों की तारीफ में कसीदे पढ़े हैं।
बलूचिस्तान पाकिस्तान का एक प्रांत है। इस प्रांत के लोग पाकिस्तान से आजादी चाहते हैं। बलूचिस्तानी लोग एक अरसे से खुद को आजाद बताते हैं और चाहते हैं कि पाकिस्तान अपना कब्जा खत्म करे। दुनिया के अलग अलग हिस्सों में बलोच संगठन आजादी की मांग करते रहे हैं। विदेशों में निर्वासित जिंदगी जी रहे बलूचिस्तान के ज्यादातर नेताओं का कहना है कि पाकिस्तान की सेना ने बलोच कौम पर जुल्म किए हैं। बलूचिस्तानी नागरिकों की मांग है कि पाकिस्तान बलूचिस्तान को एक स्वतंत्र देश की मान्यता दे।
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