सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बने गए हैं। बिपिन रावत 31 दिसंबर को सेना प्रमुख के पद से रिटायर हो रहे है और इसी दिन से सीडीएस के रूप में वह अपना कार्यकाल शुरू करेंगे। बिपिन रावत के रिटायर होने के बाद लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवणे देश के अगले सेनाध्यक्ष होंगे।
एक दिन पहले ही सरकार ने CDS पोस्ट के लिए सेना के नियमों में संशोधन कर उम्र की सीमा को बढ़ाकर 65 साल किया था। इसकी अधिसूचना रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी की गई थी। रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार सैन्य नियमावली, 1954 में बदलाव किए गए हैं।
Defence Ministry: General Bipin Rawat’s tenure will start with effect from 31st December until further orders and extension in his service. https://t.co/xzD0OaWTlM
— ANI (@ANI) December 30, 2019
बता दें कि सीडीएस का पद फोर स्टार जनरल के समकक्ष होगा और सभी सेनाओं के प्रमुखों में सबसे ऊपर होगा। सेना प्रमुख जनरल रावत के पक्ष में ये बात जाती है कि उनकी अगुवाई में जम्मू कश्मीर में आतंकवाद का लगभग सफाया हो गया है। इससे पहले जनरल रावत के पास अशांत इलाकों में काम करने का लंबा अनुभव है और सबसे बड़ी बात यह है कि वो सरकार के भरोसेमंद हैं।
Government has decided to appoint Chief of the Army Staff General Bipin Rawat as the first Chief of Defence Staff (CDS) with effect from December 31, 2019. @DefenceMinIndia @RajnathSingh_in @rajnathsingh @IAF_MCC @indiannavy @adgpi @PIB_India @PIBHindi @IndiaCoastGuard @HQ_DG_NCC pic.twitter.com/LdSyB6ItqP
— ADG (M&C) DPR (@SpokespersonMoD) December 30, 2019
सीडीएस के जिम्मे सेना के तीनों अंगों के बीच तालमेल के अलावा युद्ध के दौरान सिंगल प्वॉइंट आदेश देने का भी अधिकार होगा। मतलब ये है कि अब तीनों सेनाओं को एक ही आदेश जारी होगा। साथ ही उन्हें साइबर और स्पेस कमांड का भी जिम्मा दिया जाएगा।