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खुले दरबार में मुख्यमंत्री को आंगनबाड़ी वर्कर्स ने दी चेतावनी, सीएम ने कहा अपनी आदत सुधारो

खुले दरबार में मुख्यमंत्री को आंगनबाड़ी वर्कर्स ने दी चेतावनी, सीएम ने कहा अपनी आदत सुधारो

 

खुले दरबार में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के पास कुल 450 शिकायतें आईं, जिनमें से मुख्यमंत्री ने 121 को सुनने के बाद उनके निपटारे के लिए अधिकारियों को जरूरी निर्देश जारी कर दिए। इनमें से एक शिकायत आंगनबाड़ी वर्कर्स की भी है। आंगनबाड़ी वर्कर्स ने सीएम से कहा, 'सीएम साहब, हमारी मांगें लंबे समय से अधूरी पड़ी हैं, इन्हें पूरा कराएं नहीं तो हम धरना-प्रदर्शन करेंगे। इस पर मुख्यमंत्री बोले- अपनी आदत सुधारो। यह प्रदर्शन का विषय नहीं है। आपकी मांग देख ली है, इन पर विचार किया जाएगा। आंगनबाड़ी वर्कर्स ने पलटकर जवाब दिया तो सीएम ने कहा, 'आपको सुनाई नहीं देता शिकायत ले ली है, आप जाइए।'

 

सीएम के साथ राज्यमंत्री कर्णदेव कांबोज, राज्यमंत्री नायब सिंह सैनी, हैफेड के चेयरमैन हरङ्क्षवद्र कल्याण, विधायक भगवानदास कबीरपंथी और बख्शीश सिंह विर्क मौजूद रहे।

 

एक शिकायत की सुनवाई करते हुए सीएम ने कहा कि अफसर हो तो क्या हुआ, एक गरीब की बात नहीं सुनोगे? हमें कर्मचारियों के व्यवहार को ठीक करना आता है, हमारा कार्य जरूरतमंद की सहायता करके उसकी आवाज को बुलंद करना है। यह कहते हुए मुख्यमंत्री ने रिश्वत की शिकायत पर मोदीपुर गांव के चकबंदी पटवारी प्रेम सिंह को सस्पेंड करने के निर्देश दिए।

 

बता दें खुले दरबार में पब्लिक को गर्मी में पर्दे के पीछे बैठाया गया था और 10-10 लोगों का ग्रुप बनाकर उन्हें भेजा जा रहा था। लाइन में खड़े लोगों का जब नंबर नहीं आया तो उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। शोर सुनकर सीएम ने एसपी एसएस भौरिया को भेजा और कहा कि उन्हें बोलो हल्ला ना करें, सभी की समस्याएं सुनकर जाऊंगा।


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