हरियाणा सरकार ने कहा है कि कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर इस साल रक्षाबंधन पर रोडवेज की बसों में महिलाओं को मुफ्त सफर की सुविधा नहीं मिलेगी। वही, रक्षाबंधन की पूर्व संध्या पर आए सरकार के इस फैसले की कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आलोचना की है। उन्होंने कहा कि महामारी का बहाना बनाने के बजाय सरकार को सामाजिक दूरी का पालन सुनिश्चित करने के लिए और बसें चलानी चाहिए थीं।
दरअसल, हरियाणा के परिवहन मंत्री ने कहा, 'मुफ्त (यात्रा) सेवा को इस बार कोविड-19 की स्थिति के मद्देनजर महिलाओं के लिए बंद किया गया है, क्योंकि बसों में सीमित संख्या में लोगों के सफर करने की इजाजत है।' उन्होंने कहा कि 52 सीटों वाली बस में सिर्फ 30 यात्रियों को ले जाने की इजाजत है। इसके अलावा मंत्री ने लोगों से सामाजिक दूरी का पालन करने और मास्क लगाकर बसों में चढ़ने का अनुरोध किया।
वहीं, हुड्डा ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, 'यह बीते 14 वर्षों में पहला मौका होगा, जब सरकार रक्षा बंधन पर महिलाओं से किराया वसूलेगी। हमारी सरकार ने रक्षाबंधन पर महिलाओं के लिये मुफ्त बस सेवा को राज्य की तरफ से तोहफे के तौर पर शुरू किया था।' उन्होंने कहा कि सरकार को इस फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए।